गेहूं-धान फसल चक्र से जमीन को हो रहे नुकसान, पराली से आम आदमी के घुट रहे दम, आर्थिक तंगी के कारण आत्महत्या जैसी समस्याओं से जूझ रहे किसानों को चंदन की खेती खुशहाली का नया रास्ता दिखा रही है। पंजाब में चंदन की खेती के ट्रायल भी पास हो गए हैं। यहां पैदा किए जा रहे चंदन में नेचुरल ग्रोअर केरल एवं कर्नाटक के बाद ऑयल कंटेंट की मात्रा 2.80 से तीन फीसदी के साथ तीसरे स्थान पर है।
चंदन की खेती को बढ़ावा देने के लिए प्रोग्रेसिव चंदन फार्मर्स एसोसिएशनने बाकायदा एक लाख पौधे की नर्सरी तैयार कर ली है। अब पंजाब के किसानों को जागरूक करके उन्हें इस तरफ मोड़ा जा रहा है।
देश में चंदन की खेती के मुख्य राज्य केरल एवं कर्नाटक हैं। लेकिन अब अन्य राज्यों में भी इसके ट्रायल हो रहे हैं। केरल में चंदन का ऑयल कंटेंट चार फीसदी और कर्नाटक में तीन फीसदी है, जबकि इसके बाद पंजाब में 2.80 से तीन फीसदी, ओडिशा में ढाई फीसदी, महाराष्ट्र में दो फीसदी, मध्यप्रदेश में डेढ़ फीसदी और राजस्थान में डेढ़ फीसदी तक है।