नेशनल डेस्क- चंडीगढ़ नगर निगम चुनाव के परिणाम से किसी पार्टी को स्पष्ट बहुमत नहीं मिल पाया था। लेकिन, जिसके बाद अब मेयर का चुनाव भी हो गया। बता दें, भाजपा की सरबजीत कौर ने इस पद को अपने नाम कर लिया गया है और वो अब, से चंडीगढ़ की नई मेयर चुनी गई हैं। उन्होंने आम आदमी पार्टी की उम्मीदवार को 1 वोट से हराया। भाजपा प्रत्याशी को जहां 14 वोट मिले, वहीं AAP उम्मीदवार के खाते में 13 वोट गए। एक वोट फटा हुआ मिला, जिसे रद्द कर दिया गया। कुल 28 वोट पड़े। एक वोट रद्द करने को लेकर AAP पार्षदों और कार्यकर्ताओं ने भारी हंगामा किया। बता दें, कांग्रेस और शिरोमणि अकाली दल ने वोटिंग का बहिष्कार किया।
विजयी जुलूस में शामिल हुए थे अरविंद केजरीवाल
आम आदमी पार्टी ने जीती थी सबसे ज्यादा सीटें हाल ही में संपन्न हुए चंडीगढ़ नगर निगम चुनावों में खंडित जनादेश आया क्योंकि, किसी एक दल को स्पष्ट बहुमत नहीं मिला। आम आदमी पार्टी ने 35 नगर निगम सीटों में से 14, भाजपा नें 12 आप और कांग्रेस ने आठ सीटों पर जीत हासिल की, जबकि शिरोमणि अकाली दल को सिर्फ एक सीट मिली। आम आदमी पार्टी इस प्रदर्शन से बहुत खुश थी और विजयी जुलूस में खुद अरविंद केजरीवाल शामिल हुए थे।
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केजरीवाल का कहना है कि, यह पंजाब विधानसभा चुनाव 2022 का ट्रेलर है, लेकिन मेयर नहीं बनने से पार्टी को झटका लगा है। नगर निगम अधिनियम के तहत कोई दलबदल कानून लागू नहीं होता है और किसी भी दल का पार्षद किसी भी मेयर उम्मीदवार को वोट दे सकता है और इसमें कोई अवैधता नहीं है। रविवार को कांग्रेस से देवेंद्र सिंह बबला और उनकी पत्नी भाजपा में शामिल हो गए थे, जिससे मेयर का चुनाव और रोमांचक हो गया था।