पंजाब डेस्क: पंजाब में आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर तैयारियां शुरू हो गई हैं। आरोप-प्रत्यारोप और दल बदलने का दौर जारी है। तो वहीं पंजाब कांग्रेस प्रधान नवजोत सिद्धू का एक बड़ा बयान सामने आया है। उन्होंने कहा कि, 6 वर्ष पहले वह राज्यसभा सदस्यता का पद छोड़कर आए थे। उस समय उन्हें केंद्र मंत्री बनने का ऑफर मिला था। सिद्धू ने यह भी कहा कि, पंजाब में सरकार किरदार से बनती है। वह राजनीति में शो-पीस बन कर नहीं रहना चाहते। साथ ही सिद्धू ने कहा कि उनके पास सच्चाई व ईमानदारी है।
सीएम पद की दावेदारी पर कहा कुछ ऐसा..
सीएम पद की दावेदारी पर बोलते हुए सिद्धू ने कहा कि, उन्हें जो जिम्मेदारी दी जाएगी वह पूरी तरह निभाएंगे। नवजोत सिद्धू ने कहा कि उन्होंने कभी भी किसी पद की मांग नहीं की है। वह हमेशा पंजाब के साथ खड़े हैं। उन्होंने यह भी दावा कि वह राहुल गाधी और प्रियंका का साथ कभी नहीं छोड़ेंगे। वह हमेशा उनके साथ खड़े रहेंगे।
नवजोत सिंह सिद्धू ने अपनी ही सरकार पर साधा निशाना
दूसरी तरफ नवजोत सिंह सिद्धू ने अपनी ही सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने भ्रष्ट अफसरों के बहाने सरकार पर वार करते हुए इनवेस्टर समिट पर निवेश करने के दावों पर सवाल उठाए हैं। सिद्धू ने कहा कि 1 लाख 20 करोड़ रुपए के निवेश का दावा किया गया था, परंतु सिर्फ 5 करोड़ का निवेश हुआ है। उन्होंने कहा कि उनके दोस्त से अफसरों ने 100 करोड़ रुपए मांगे थे लेकिन उनका दोस्त पंजाब में 400 हजार करोड़ रुपए का निवेश करना चाहता था। उन्होंने कहा कि पड़ोसी राज्य के मुख्य सचिव से क्लीयरेंस मिली है।