इंद्री। गांव तुसंग निवासी 60 वर्षीय सुरजीत सिंह को शेरगढ़ के समीप अज्ञात वाहन ने टक्कर मारकर घायल कर दिया। दुर्घटना को अंजाम देने के पश्चात वाहन चालक मौके से फरार हो गया। वहां से गुजर रहे हरियाणा सरकार के खाद्य, नागरिक आपूर्ति एंव उपभोक्ता मामले मंत्री कर्णदेव कांबोज का घायलों को देखकर दिल पसीजा और उन्होंने तुरंत काफिले को रूकवाकर घायल सुरजीत और उसके पौत्र विरेन को उठाकर अपनी गाड़ी से इंद्री सीएचसी लेकर पहुंचे। उन्होंने डाक्टरों को तुरंत घायलों का उपचार करने के निर्देश दिए। सुरजीत सिंह यमुनानगर जिले के गांव झाड चांदना से शादी समारोह में शिरकत कर अपने गांव तुसंग लौट रहे थे।
वहीं एक अन्य दूसरी दुर्घटना गांव कलसौरा के समीप हुई जिसमें एक बाइक संतुलन बिगडऩे के कारण पेड़ से जा टकराई। जिसमें कलसौरा के तीन युवक जसबीर सिंह, रिंकू तथा अमरजीत घायल हो गए। इस दुर्घटना को देखकर भी तुरंत मंत्री कर्णदेव कांबोज ने काफिले की गाडिय़ा रूकवाई और घायलों को उपचार के लिए करनाल स्थित कल्पना चावला मेडिकल कालेज भिजवाया। मेडिकल कालेज में तीनों युवकों का उपचार चल रहा है। क्षेत्र के ग्रामीणों तथा राहगीरों ने हरियाणा सरकार के मंत्री के इस कदम की मुक्त कंठ से प्रशंशा की, लोगों का कहना था कि पहली बार ऐसा मंत्री तथा विधायक देखा है जिसने घायलों के दर्द को समझते हुए दर्द से कराह रहे घायलों को खुद उठाकर अस्पताल पहुंचाया। उनके इस कार्य से दूसरे लोग भी शिक्षा लेगें। मंत्री कर्णदेव कांबोज ने कहा कि घायलों को अस्पताल पहुंचाना हर व्यक्ति का कर्तव्य बनता है। कई लोग सामने हुई दुर्घटना को देखकर नजरअंदाज कर देते है जिससे समय पर ईलाज नही मिलने के कारण अधिकतर घायलों की जान तक चली जाती है। हमें ऐसा नही करना चाहिए बल्कि मानवता का फर्ज निभाते हुए घायलों को तुरंत अस्पताल पहुंचाना चाहिए। पिछले दिनों कोर्ट की ओर से निर्देश जारी किया है कि जो व्यक्ति घायल को अस्पताल पहुंचाएगा उसे किसी जांच का सामना नही करना पड़ेगा। कुछ लोग पुलिस की जांच के झंझट से बचने के लिए घायलों की मदद नही करते। सभी को अपना कर्तव्य निभाना चाहिए।