एमपी डेस्क: कहते हैं मां ममता की मूरत होती है। मां से ज्यादा बच्चे को कोई भी प्यार नहीं कर सकता। बच्चे के लिए मां कुछ भी सकती है। ही ऐसा ही मामला सामने आया है मध्यप्रदेश में। यहां सीधी जिले की एक मां अपने बच्चे की जान बचाने के लिए तेंदुए से भिड़ गई और अपने बच्चे को मौत के मुंह से छीन लाई।
महिला की बहादुरी के कारण बच्चे की जान बच गई
हमले में बच्चे की गाल, पीठ और एक आंख में गंभीर चोट आई है। लेकिन महिला की बहादुरी के कारण बच्चे की जान बच गई। घायल बच्चे को उपचार के लिए कुसमी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। महिला की बहादुरी के चर्चे हर तरफ हो रहे हैं। सीएम शिवराज सिंह चौहान ने भी उनकी तारीफ की है और इस मां की ममता को सैल्यूट किया है।
ये है पूरा मामला
घटना मध्य प्रदेश के सीधी जिले के कुसमी ब्लॉक की है। यहां संजय टाइगर बफर जोन टमसार रेंज में एक गांव है बाड़ी झरिया स्थित है जो कि तीन तरफ से पहाड़ से घिरा हुआ है। इस गांव की निवासी शंकर बैगा की पत्नी किरण बैगा देर शाम अपने बच्चों के साथ अलाव के पास बैठी आग सेक रही थी। एक बच्चा किरण की गोद में था जबकि दो बच्चे पास ही बैठे थे। इसी बीच अचानक तेंदुए ने हमला बोल दिया। तेंदुए ने एक बच्चे को मुंह में उठाया और वहां से ले निकला। किरण ने हिम्मत दिखाई और अंधेरे में ही तेंदुए के पीछे भागी। करीब एक किलोमीटर दूर तक तेंदुए के पीछे जाकर किरण अपने बच्चे को बचाकर लाने में सफल रही
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घटना संबंधी किरण ने बताया कि, करीब एक किलोमीटर दूर जाकर तेंदुआ उसके बच्चे को अपने पंजों से दबाकर बैठ गया। किरण ने उसके मुंह से बच्चे को छीनने की कोशिश की और वह कामयाब हो गई। तेंदुए ने उसपर भी वार किए लेकिन तब तक गांव के लोग भी मौके पर पहुंच गए। भीड़ को देखकर तेंदुआ जंगल की ओर से भाग गया।