हरियाणा डेस्क: हरियाणा के स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने कहा कि, वैक्सीनेशन के मामले में भी देश ने मील का पत्थर स्थापित किया है। इतनी घातक बीमारी की वैक्सीन का भी हमने हिंदुस्तान में निर्माण किया जोकि उल्लेखनीय है। उन्होंने कहा कि, वैक्सीन कोविड का सुरक्षा कवच है और इसी दिशा में हरियाणा में अब तक दो करोड़ 83 लाख वैक्सीन लोगों को लगाई जा चुकी हैं। उन्होंने कहा कि कोविड एक चुनौती की तरह हमारे सामने आया और इस चुनौती का सामना करने के लिए मुख्यमंत्री का हमें लगातार मार्गदर्शन मिलता रहा और हमने इसकी दोनों लहरों में सफलता से लड़ाई भी लड़ी।
कोरोना योद्धाओं को सैल्युट,जिन्होंने निर्भीक होकर इस बीमारी का सामना किया- विज
विज ने कोरोना योद्धाओं को सलाम करते हुए कहा कि “मैं आज उन सभी डॉक्टरों,नर्सों, एंबुलेंस ड्राइवरों के साथ-साथ अन्य कर्मियों जिन्होंने निर्भीक होकर इस बीमारी का सामना किया उन्हें सलाम करना चाहता हूं-उन्हें सैल्युट करना चाहता हूं”।
उन्होंने कहा कि, मैं जानता हूं कि यह कितनी घातक बीमारी है जब उनके शहर में इस बीमारी का पहला मामला सामने आया और कंटेनमेंट ज़ोन बनाया गया तो कोई भी उस क्षेत्र में आसपास नहीं आता था। लेकिन हमारे डॉक्टरों और मेडिकल स्टाफ ने दिन-रात कोरोना मरीज़ों की सेवा की। जबकि इन्हें इसके जोखिम का पता था कि यह सूक्षम अदृश्य दुश्मन कभी भी किसी को नुकसान पहुंचा सकता है। उसके बारे में जानते हुए भी इन्होंने निर्भीक होकर कोरोना मरीजों की सेवा करने का अपना दायित्व निर्वहन किया।
शहीद कोरोना योद्धाओं की याद में “वाल ऑफ मेमोरी” बनायी गई- विज
मंत्री विज ने कहा कि, हालांकि इस दौरान कुछ लोग शहीद हो गए जिनमें से स्वास्थ्य विभाग के 28 लोग शहीद हुए और उनकी याद में मुख्यालय तथा जिला स्तर पर “वाल ऑफ़ मेमोरी” बनाई गई हैजोकि शायद देश में अपनी तरह का यह पहला प्रयास है।
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विज ने कहा कि, आने वाले 100- 200 सालों में याद रखा जाएगा कि, किस प्रकार से यह बीमारी आई थी और उस समय पर क्या-क्या इंतजाम किए गए थे। विज ने कहा कि इस संबंध में उन्होंने चिकित्सा शिक्षा विभाग और स्वास्थ्य विभाग की एक टीम का गठन किया है जो कोविड का इतिहास लिखने का काम करेगी ताकि भविष्य की पीढ़ियों को पता लग सके कि इस घातक बीमारी का सामना उस समय के लोगों ने और कोरोना योद्धायों ने किस प्रकार से किया।