48वें इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल ऑफ इंडिया में संजय लीला भंसाली की फिल्म पद्मावती पर हो रहे विरोध का मुद्दा भी छाया रहा इस बारे में प्रसून जोशी ने कहा विवाद की जगह विचार विमर्श की जरूरत है। फिलहाल बातचीत जारी है। हमें चाहिए कि एक ऐसी आम सहमति बने जिस पर सारी पार्टियां सहमत होंगे।
वहीं शाहिद कपूर ने कहा हमारा संविधान कहता है कि आप जब तक निर्दोष हो तब तक दोषी नहीं पाए गए यही बात पद्मावती पर लागू होती है। ये तब तक दागदार नहीं बताया जाना चाहिए। तब तक की लोग इसे जज न कर लें। मुझे नहीं लगा फिल्म में ऐसा कुछ होगा। जो स्वीकार नहीं किया जाएगा या फिर बेस्वाद होगा। पद्मावती पूरे दम-खम के साथ रिलीज होगी।