नेशनल डेस्क- पिछले साल की तुलना में इस साल कोरोना की हालत को काफी हद तक काबू किया गया है। टीकाकरण होने से देश मे महामारी पर स्थिरता बनीं हुई हैं। लेकिन, अभी भी कोरोना का खतरा टला नहीं है। जिस तरह से वायरस के नए-नए रूप सामने आ रहे हैं, उससे निपटने के लिए वैक्सीन एकमात्र उपाय नहीं है। बता दें कि वैक्सीन लगवाने के बाद भी लोग कोरोना से संक्रमित पाए जा रहे हैं। इसी बीच अमेरिका में ब्राउन यूनिवर्सिटी स्कूल ऑफ पब्लिक हेल्थ के डीन और वायरस एक्सपर्ट डॉक्टर ने हाल ही में अपनी प्रेस कॉन्फ्रेंस में इसे चिंता का विषय बताया।
उन्होंने कुछ महत्वपूर्ण बिंदुओं पर चर्चा की जो मामलों को रोकने में मदद कर सकते हैं। टीकाकरण की प्रभावशीलता और इसके बाद के प्रभावों के बारे में ऑनलाइन बहुत सारी गलत सूचनाएं उपलब्ध हैं। इस बारे में दावे और मिथक हैं कि टीकाकरण मासिक धर्म चक्र को कैसे बदल सकता है, बांझपन के मुद्दों और रक्त के थक्के का कारण बन सकता है। यही वजह है कि बहुत से लोग खुराक लेने से इनकार कर रहे हैं।
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कोरोना के प्रवाह को कम करने के लिए ये सावधानियां जरुरी
महामारी को खत्म करने के लिए कोरोना नियमों का पालन करना बहुत जरूरी है। टीकाकरण-टेस्टिंग, मास्किंग और बेहतर इनडोर वेंटिलेशन। टीकाकरण के अलावा ज्यादा से ज्यादा लोगों का परीक्षण करके और उन्हें रोकने के लिए उचित उपाय करके सक्रिय मामलों की पहचान करना भी महत्वपूर्ण है।