नेशनल डेस्क: देश की राजधानी दिल्ली में अब शराब की दुकानों की तस्वीर बदलने जा रही है। दरअसल, 17 नवंबर से दिल्ली में नई शराब नीति लागू होने वाली है। ताकि शराब की दुकानों के बाहर बीड़ जमा न हो सके और व्यवस्था में सुधार हो सके। जिसके चलते1 अक्टूबर से 17 नवंबर तक शराब की निजी दुकानें बंद रहेंगी। इस बीच 47 दिन तक सिर्फ सरकारी दुकानों पर ही शराब की बिक्री होगी। सरकार ने शराब लाइसेंस से लेकर शराब खरीदने की उम्र और दुकानों की व्यवस्था में भी बदलाव किया है। 17 नवंबर से दिल्ली में शराब काउंटर पर नहीं मिलेगी। इससे शराब दुकान के बाहर लगने वाली भीड़ खत्म होगी। यहां अब शराब की दुकानें किसी भी बाजार, मॉल, सड़क, कॉम्पलेक्स आदि में ही होंगी।
वहीं सरकार ने स्कूल, धार्मिक संस्थानों के आसपास शराब की दुकान खोलने की अनुमति नहीं दी है। साथ ही अभी दिल्ली में कई वार्ड ऐसे है जहां शराब की एक भी दुकान नहीं है और कई वार्ड ऐसे हैं जहां 10-15 दुकानें पास-पास हैं। इसलिए दिल्ली को 32 जोन में बांटकर सभी जोन में शराब की दुकानों को लाइसेंस दिया जाएगा।
अब ग्राहक दुकानों के सामने खड़े होकर शराब नहीं खरीदेंगे।
अब ग्राहक दुकानों के सामने खड़े होकर शराब नहीं खरीदेंगे। अब शराब की दुकानें सुपर मार्केट की तरह होंगी। ग्राहक दुकान के अंदर जाएंगे और अपनी पसंदीदा शराब चुनकर काउंटर में जाकर बिलिंग कराएंगे। इससे दुकानों के बाहर लगने वाली भीड़ खत्म होगी। सभी दुकानों में कांच के दरवाजे लगाए जाएंगे और हर ग्राहक को दुकान में एंट्री दी जाएगी, जहां वो खुद जाकर शराब लेंगे। साथ ही सभी दुकानों में AC और CCTV कैमरे लगाने जरूरी होंगे और दुकानदारों को एक महीने तक CCTV का फुटेज भी रखना होगा। CCTV कैमरे दुकान के अंदर और बाहर भी लगाए जाएंगे।
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दुकान के बाहर लॉ एंड ऑर्डर की व्यवस्था बनाकर रखनी होगी
दुकान का कारपेट एरिया कम से कम 500 स्कवायर फीट होना जरूरी है। हर दुकानदार को दुकान के बाहर लॉ एंड ऑर्डर की व्यवस्था बनाकर रखनी होगी। शिकायत मिलने पर उसके खिलाफ एक्शन लेकर उसका लाइसेंस रद्द कर दिया जाएगा। अभी दिल्ली में 720 से ज्यादा शराब की दुकानें हैं, जिसमें 260 दुकानें प्राइवेट हैं। नई आबकारी नीति के चलते एक अक्टूबर से सभी 260 प्राइवेट दुकानें बंद हो जाएंगी।