यमुनानगर(वीणा) : यमुनानगर के कस्बा साढौरा स्थित एक अवैध रूप से बनाए गए नशा मुक्ति केंद्र से स्वास्थ्य विभाग की टीम ने 40 से अधिक बंधको को छुडवाया है इन लोगो को इनके परिवार वालों ने भेजा तो था इनका नशा छुडवाने के लिए लेकिन यहाँ होती थी इनके साथ जानवरों से भी बुरा सलीका खाने के नाम पर होती थी पीटाई, नशा छुडवाने वाले स्वयं नशे में धुत होकर करते थे पीडितों की जमकर पीटाई
अपने कपडो को उतारकर अपना जिस्म दिखा रहे यह पीडित नशे के आदि है और इनके परिवार के लोग दस हजार रू महिना देकर इनके द्वारा किए जाने वाले नशे की लत छुडवाना चाह रहे थे तभी उन लोगो ने यमुनानगर के कस्बा साढौरा के नव ज्योती नामक नशा मुक्ति केंद्र में इन लोगो को भर्ती कराया गया था हालाकि बाहर से तो यह होटल जैसा बनाया गया है लेकिन इसके अंदर के हालात जेल जैसे है और यही पर दो दो लोगो को नशा छुडवाने के लिए उनहें बंधक बनाया जाता था कमरे के बाहर ताला लगा होता था और अंदर रह कर वही खाना पीना होता था पर जैसे ही यह लोग शौच के लिए कहते थे तो कमरे के बाहर आने पर इन लोगो की बूरी तरहा से पीटाई होती थी जबकि कई लोग तो डर के कारण कमरे में ही पेशाब कर देते थे हालाकि यह केंद्र को अवैध बताया जा रहा है और इसकी भनक आज तक न तो स्वास्थ्य विभाग को लगी और न ही पुलिस को लेकिन जब स्वास्थ्य विभाग की टीम ने पुलिस की मदद से यहा पर रेड की तो हालात चैकाने वाले थे बाहर से अच्छा खासा दिखने वाली यह बिल्डिग अंदर से जेल थी यहा पीडितो को दिन रात पीटा जाता था पीडितो का आरोप है कि रात होते ही इन लोगो की बूरी तरहा से पीटाई होती थी लोहे की राड के साथ इनकी टांगों पर रख कर उपर चार चार लोग चढ जाते थे और पीडित की चीखे इस जेल में ही बंद हो जाती थी और उन्हें कोई सुन भीनही पाता था और ऐसा लंबे समय से होता आ रहा था लेकिन इनकी चिखे आज तक कोई भी सुन नही पाया हालाकि पीडितो के अनुसार इस बिल्डिग में 54 लोग बंधक बनाए गए थे
केंद्र के संचालक द्वारा इनकी पीटाई ऐसे करवाई जाती थी कि जैसे इन्हें डर्थ डिग्री दी जा रही हो और ऐसे में नशा के आदि युवको की माने तो ऐसी जगह भेजने से तो अच्छा है कि उन्हें फांसी दे दी जाए और यह कह कर यह लोग अपना जिस्म दिखाने में भी गुरेज नही कर रहे थे लगभग एक दर्जन के करीब ऐसे युवक थे जिनका जिस्म पीटाई से नीला पडा हुआ था पुलिस ने इन सभी का मेडिकल करवाने के बाद इनके परिजनों को बुलाकर उन्हें उनके हवाले कर दिया जबकि कुछ लोग ऐसे है जो अभी भी पुलिस की हिरासत में है और पुलिस इनके परिजनो से संपर्क करने की बात कह रही है हालाकि पुलिस की माने तो रेड के दौरान केंद्र का संचालक मौके से फरार हो गया जबकि पुलिस ने अवैध रूप से इन लोगो को बंधक बनाने के मामले में पर्चा दर्ज कर लिया है और पुलिस मामले की तफतीश में जुट गई है हालाकि पुलिस 40 से अधिक लोगो को बंधक मुक्त कराने की बात कह रही है जबकि इन लोगो की संख्या 54 बताई जा रही है और इन्ही लोगो से पूरे केंद्र का काम भी करवाया जाता ह ैअब संचालक के गिरफतार होने के बाद ही पूरा मामला पता चल पाएगा कि यह जेल नुमा केंद्र किस की शरण से चल रहा था