नेशनल डेस्क: देश में कोरोना वैक्सीन अभियान जोरों-शोरों से चल रहा है। देश में वयस्कों का वैक्सीनेशन कहीं हद तक कवर कर लिया गया है। तो वहीं तीसरी लहर की आहट ने सबको डरा दिया है। देश में बच्चों को लेकर उनके अभिभावक डरे हुए हैं। ऐसे में एक अच्छी खबर यह है कि बहुत ही जल्द बच्चों की भी वैक्सीन आने वाली है। एम्स के डायरेक्टर डॉ. रणदीप गुलेरिया ने बताया कि जहां एक तरफ कम संक्रमण वाले जिले में स्कूल खोले जाने की बात कही है, वहीं उनका कहना है कि बच्चों का वैक्सीनेशन होने से माता-पिता का उनकी सुरक्षा को लेकर कॉन्फिडेंस बेहतर होगा।
देश में बच्चों पर कोवैक्सीन का ट्रायल चल रहा है- डॉ. रणदीप गुलेरिया
देश में वयस्कों के वैक्सीनेशन के समय देशी और विदेशी दोनो ही टीकों में कमी देखी गई थी लेकिन अब, जब बच्चों के वैक्सीनेशन की बारी है तो देश में दोनो ही टीके देशी और विदेशी मौजूद रहेगें। डॉ. रणदीप गुलेरिया ने बताया कि देश में बच्चों पर कोवैक्सीन का ट्रायल चल रहा है। ट्रायल की रिक्रूटमेंट पूरी हो चुकी है। इसके ऑब्जर्वेशन और इम्यूनिटी का डेटा तैयार किया जा रहा है। आगे उन्होनें कहा कि पूरी उम्मीद है कि इसका अंतिम डेटा सितंबर तक आ जाएगा और उसके बाद बच्चों में भी वैक्सीनेशन की प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी।
च्चों के लिए ज्यादा विकल्प मौजूद
डॉ. गुलेरिया ने बताया कि बच्चों पर टीकाकरण के लिए कोवैक्सीन के अलावा भी कई और विकल्प हैं जिसमें जाइडस का जायकोव-डी वैक्सीन है। इस वैक्सीन का ट्रायल बच्चों पर भी हुआ है। कंपनी ने भारत में इस वैक्सीन के इस्तेमाल के लिए मंजूरी मांगी है। इसके अलावा फाइजर का भी ट्रायल बच्चों पर हुआ है, जिसे एफडीए ने बच्चों में इस्तेमाल की मंजूरी दे दी है। आने वाले समय में कई विकल्प होगें। जिस तरह के सबूत आ रहे हैं उससे यह भी देखा जा रहा है कि बच्चों में वायरस के खिलाफ एंटीबॉडी भी मिल रही है।