हरियाणा डेस्क: कांग्रेस की फूट तो हर किसी के सामने उजागर है लेकिन अब लगता है कि भाजपा में भी फूट पड़ने वाली है। ये बात हम यूं ही नहीं कह रहे। बता दें कि हरको बैंक के चेयरमैन डॉ. अरविंद यादव का बढ़ता कद पार्टी के ही कुछ लोगों को रास नहीं आ रहा। दरसअल डाॅ. अरविंद यादव को पार्टी द्वारा एक के बाद एक बड़ी जिम्मेदारी दी जा रही है उससे राव इंद्रजीत सिंह गुट काफी असहज महसूस कर रहा है। राजनीतिक पंडित मान रहे हैं कि भाजपा कतई नहीं चाहती कि दक्षिण हरियाणा की राजनीति में किसी एक नेता का एकछत्र राज हो।
राव इंदरजीत सिंह इससे पहले कई मामलों में अपनी मोनोपोली चला चुके हैं
केंद्रीय मंत्री राव इंदरजीत सिंह इससे पहले कई मामलों में अपनी मोनोपोली चला चुके हैं लेकिन अब लगता है कि भाजपा उनके आगे सरेंडर नहीं करना चाहती। यही कारण है कि, प्रधानमंत्री द्वारा कैबिनेट विस्तार में दक्षिणी हरियाणा के ही एक नेता को कैबिनेट का दर्जा दिया गया। उन्हें कैबिनेट में दर्जा देकर दक्षिण हरियाणा में संतुलन साधने का कार्य किया। बड़ी बात तो ये है कि कार्यकर्ताओं द्वारा अपने नेता को मिली बड़ी उपलब्धि के लिए उनका अभिनंदन समारोह रखा गया था। लेकिन राव गुट ने उससे पूरी तरह से दूरी बनाए रखी। तो वहीं अरविंद यादव ने अपने संबोधन में बिना नाम लिए कहीं ना कहीं राव गुट पर तंज कसने का काम किया है।
इससे पहले भी राव इंद्रजीत अपनी ही पार्टी के नेताओं से जूझ चुके हैं
ये पहला मौका नहीं है कि जब राव इंद्रजीत सिंह को विपक्ष के अलावा अपनी ही पार्टी के नेताओं से दो चार होना पड़ा हो। इससे पहले कांग्रेस में रहते उन्हें अपनी ही पार्टी में लगातार छह बार जीतने वाले दक्षिण हरियाणा कद्दावर नेता कैप्टन अजय यादव से भी जूझना पड़ा था। कांग्रेस में रहते उन्होंने आलाकमान को काफी आंख से दिखाई थी और अपनी खूब मनमर्जी की थी।