हरियाणा डेस्क: हरियाणा कांग्रेस अध्यक्ष कुमारी सैलजा ने कोरोना संक्रमित से ठीक होने वाले मरीजों में हो रही ब्लैक फंगस (काली फफूंद) बीमारी को लेकर गहरी चिंता व्यक्त की है। कुमारी सैलजा ने कहा कि देश के दूसरे प्रदेशों की तरह ही कोरोना महामारी के बीच हरियाणा में ब्लैक फंगस का प्रकोप बढ़ता जा रहा है। प्रदेश में इस बीमारी से ग्रस्त मरीजों को इलाज नहीं मिल पा रहा है और इस बीमारी के इलाज में उपयोग होने वाली दवाइयों की भी कालाबाजारी शुरू हो गई है। सरकार डॉक्टरों की एक प्रदेश स्तरीय कमेटी का गठन करे, जो पूरे प्रदेश के जिलों के हालातों पर नजर रख सके और ऐसे मरीजों की पहचान कर उन्हें जल्द से जल्द इलाज उपलब्ध कराए। साथ ही हरियाणा सरकार ब्लैक फंगस से पीड़ित मरीजों के इलाज और दवाइयों का पूरा खर्च उठाए।
ब्लैक फंगस के मामलों पर जताई चिंता
जारी बयान में हरियाणा कांग्रेस अध्यक्ष कुमारी सैलजा ने कहा कि, हरियाणा प्रदेश में पिछले कुछ दिनों में ही ब्लैक फंगस बीमारी के 40 से ज्यादा मामले सामने आ चुके हैं। खबरों के अनुसार अकेले फरीदाबाद में 12 लोग इस बीमारी का इलाज करा रहे हैं। गुरुग्राम में 14 मामले इस बीमारी के सामने आ चुके हैं। इसी तरह करनाल,फतेहाबाद और अन्य जिलों से ऐसे मामले सामने आ रहे हैं। इस बीमारी से पीड़ित फतेहाबाद की एक महिला को तीन दिन से बेड तक नहीं मिल पाया है। यह और भी चिंताजनक है कि प्रदेश के स्वास्थ्य विभाग के पास अभी तक ऐसा कोई डाटा नहीं है कि हरियाणा के किस जिले में ब्लैक फंगस के कितने मरीज मिले हैं। दिन-प्रतिदिन कोरोना संक्रमण के साथ इस बीमारी के बढ़ने से प्रदेशवासी खासे चिंतित हैं।
ऑक्सीजन की कालाबाजारी प्रदेश में पहले ही चरम पर- कुमारी सैलजा
कुमारी सैलजा ने कहा कि कोरोना महामारी के इलाज में उपयोग में होने वाली दवाइयों और ऑक्सीजन की कालाबाजारी प्रदेश में पहले ही चरम पर है। वहीं पिछले एक सप्ताह से ब्लैक फंगस बीमारी के इलाज में इस्तेमाल होने वाली दवाइयों की भी कालाबाजारी शुरू हो गई है। इस बीमारी के इलाज में इस्तेमाल होने वाला सवा दो हजार का इंजेक्शन छह हजार में बिक रहा है।
कुमारी सैलजा ने हरियाणा सरकार से की ये मांग
कुमारी सैलजा ने हरियाणा सरकार से मांग करते हुए कहा कि लोगों को इस बीमारी के बारे में जागरूक किया जाए। ब्लैक फंगस बीमारी को लेकर डॉक्टरों की प्रदेश स्तरीय एक कमेटी बनाई जाए, जो प्रदेश के सभी जिलों के हालातों पर नजर रखे और ऐसे मरीजों की पहचान कर उन्हें जल्द से जल्द इलाज मुहैया कराए। साथ ही हरियाणा सरकार ब्लैक फंगस से पीड़ित मरीजों के इलाज और दवाइयों का पूरा खर्च उठाए।