हरियाणा डेस्क: देश में एक ओर जहां कोरोना महामारी का प्रकोप जोरों पर है, तो वहीं ऐसे में कुछ गद्दार ऐसे भी हैं जो इस बुरे दौर में कालाबाजारी से बाज नहीं आए। जी हां, सनसनीखेज मामला साइबर सिटी गुरूग्राम से सामने आया हैं। कोरोना के बढ़ते प्रकोप के बाद रेमडेसिविर इंजेक्शन की मांग में एकाएक तेजी आई और इंजेक्शन की डिमांड इतनी बढ़ गई कि इसकी कालाबाजारी तक होने लगी।
आरोपियों से नार्दन रेलवे अस्पताल का इंजेक्शन भी बरामद हुआ
गुरुग्राम के ड्रग कंट्रोल विभाग की टीम ने गुप्त सुचना के आधार पर बड़ी कार्रवाई और रेमडेसिविर इंजेक्शन की कालाबाजारी करने वाले तीन आरोपियों को धर दबोचा है। पकड़े गए आरोपियों से नार्दन रेलवे अस्पताल का इंजेक्शन भी बरामद हुआ है। जिस पर ‘नॉट फॉर सेल’ का लेबल लगा हुआ था। टीम द्वारा पकड़े गए ये आरोपी 5400 रूपये की कीमत वाले इंजेक्शन को 25 हजार में बेच रहे थे।
ड्रग कंट्रोल विभाग की टीम को मिली कालाबाजारी की गुप्त सूचना
ड्रग कंट्रोल विभाग की टीम को कालाबाजारी के बारे में गुप्त सूचना मिली थी। जिसके बाद विभाग के अधिकारियों ने रेडिंग पार्टी तैयार की और एक डिकोय कस्टमर तैयार कर इंजेक्शन की डिमांड की। गिरोह ने कस्टमर से एक इंजेक्शन की कीमत 25 हजार रूपये तय की और इंजेक्शन लेकर निश्चित स्थान पर पहुंच गए जंहा ड्रग कंट्रोल विभाग की रेडिंग टीम ने उन्हें इंजेक्शन सहित गिरफ्तार कर लिया।