अंबाला- अंबाला पुलिस अपने कामों को लेकर हमेशा चर्चा में रहती है। भले ही मामला पुलिस द्वारा पकड़ी गई हैरोइन के मीठा सोडा निकल जाने का हो या फिर नकली सिक्के असली निकल आने का हो। हर मामले में पुलिस पर सवाल उठे लेकिन कार्रवाई कभी नही हुई । साल 2015 में अंबाला के मुलाना में पुलिस ने नकली सिक्के बेचने वाले एक गिरोह को पकड़ने का बड़ा दावा किया था,लेकिन अब पुलिस के यह दावे झूठे निकले हैं और सिक्के असली । दरअसल अंबाला के रहने वाले विभोर अग्रवाल , दीपक अमित को पुराने सिक्के इक्कठे करने का शोंक था इन तीनो के पास सन 1835 के 150 सिक्के थे। जिन्हें इन्होंने बेचने के फैंसला लिया और उनका सौदा इन्होंने 1 लाख 95 हजार में तय किया। पहले 10 हजार रुपये भी ले लिए लेकिन जिस व्यक्ति ने इनसे सिक्के खरीदने थे उसने पुलिस में शिकायत दे दी कि यह उसे कोई नकली सिक्के बेचना चाह रहा है । तरक्की की चाह में अंधी पुलिस ने बिना सोचे तीनो को गिरफ्तार कर FIR दर्ज कर 1 दिन का रिमांड लेने के बाद जेल भेज दिया । तीनो युवको ने अदालत से सिक्को को जांच की मांग रखी जिसके बाद इनकी जांच अलग अलग विभागों से करवाई गई तो यह सिक्के असली निकले। अदालत ने केस खारिज करने का आदेश सुनाया और सिक्के भी पुलिस ने तीनों युवकों को वापिस कर दिए । अब तीनो युवको ने इस ज्यादती की शिकायत हर उच्च अधिकारी को कर ली लेकिन कोई कार्रवाई नही हुई। अब इन युवकों ने फैंसला लिया है कि इस मामले को अदालत लेकर जाएंगे और उनके साथ ज्यादती करने वाले पुलिस अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई करवाएंगे ।