जेजेपी विधायक राम कुमार गौतम अपनी बयानबाजी से अकसर सुर्खियों में रहते हैं, अपनी खामोशी को तोड़ते हुए आज जब वे लंबे समय बाद बोले तो उन्होंने किसान आंदोलन को समर्थन देकर राजनीतिक हलचल ही पैदा कर दी है। उन्होंने तो जेजेपी की नीतियों तक से अपना पल्ला झाड़ लिया। उनका कहना था कि जेजेपी का क्या फंडा है वे अपनी पार्टी के बारे मे ज्यादा बता सकते है। उन्होंने कहा कि उनका क्या लक्षय किस लिए पार्टी बनाई थी मेरे जेजेपी से कोई वास्ता नही है।
नारनौद से विधायक राम कुमार गौतम का कहना है कि किसानों का जो आंदोलन चल रहा है उस बारे में प्रधानमंत्री मोदी समय की नजाकत को देखते हुए फौरन तीनों कानून रद्द करें। दिल्ली बॉर्डर पर जो किसान जमा है वह सभी धर्मों के सभी जातियों के सारे देश के लोग वहां पर है उनकी भावना के खिलाफ कानून बनाए रखना यह बहुत बड़ी बेवकूफी होगी और इसका खामियाजा भुगतना पड़ेगा।
उन्होंने तो ये तक कह दिया कि जब डोर हाथ से चली जाएगी तो फिर दोबारा वापस डोर पकडना मुश्किल है। विधायक राम कुमार गौतम ने तो हरियाणा की मनोहर सरकार तक को सलाह देते हुए कहा कि सरकार को स्पेशल सेशन बुलाकर तीनों कानून को रद्द करने के लिए रेजूलेशन भेजना चाहिए।
जेजेपी के विधायक राम कुमार गौतम बीते लंबे समय से खामोश थे, लेकिन अब जब वे बोले तो उन्होने राजनीति में एक हलचल सी पैदा कर दी और विरोधियों को बोलने का मौका दे दिया है।