चंडीगढ़ 12 अक्तूबर- पंजाब के स्थानीय निकाय और पर्यटन और सांस्कृतिक मामले मंत्री स. नवजोत सिद्धू ने आज विश्व दृष्टि दिवस के मौके चंडीगढ़ सैक्टर -17 प्लाज़ा में नेत्रहीन बच्चों के साथ नेत्रहीन पैदल मार्च (बलायंड वाक) में हिस्सा लिया। स. सिद्धू ने ख़ुद आँखें पर पट्टी बांध कर नेत्रहीन बच्चों के साथ इस मार्च में हिस्सा लेते पूरी प्लाज़ा मार्केट का चक्कर लगाया। यह मार्च 1 किलोमीटर के करीब था।
इस मार्च में स. सिद्धू सहित विभिंनक्षेत्र की प्रसिद्ध हस्तियाँ, मीडिया कर्मचारियों और आम लोगों ने भी आँखें पर पट्टी बांध कर हिस्सा लिया। इस मार्च का अहम पहलू यह था कि नेत्रहीन बच्चे मार्च का नेतृत्व कर रहे थे जिनकी की बाज़ू पकड़ कर स. सिद्धू सहित अनेक हस्तियों ने हिस्सा लिया जिससे नेत्रहीनों की मुश्किलें को व्यवाहरिक तौर पर समझा जा सके।
इस अवसर पर बच्चों को संबोधन करते स. सिद्धू ने कहा कि यह बच्चे असली जि़ंदगी के चैंपियन हैं जो कुदरत की मार के बावजूद अपना जीवन स्वाभिमान और इज्जत के साथ जीते हैं। उन्होंने कहा कि यह बच्चे हम सभी के लिए प्रेरणा का स्रोत हैं कि मुश्किल स्थितियों के बावजूद कैसे जि़ंदगी की सच्चाईयों का सामना किया जा सकता है।
उन्होंने इस मौके बड़ी संख्या में जुड़े जलसे को संबोधन करते कहा कि नेत्रहीन व्यक्ति तरस के नहीं बल्कि सम्मान के पात्र हैं। उन्होंने कहा कि हमें सभी को इनका पूरा सम्मान देना चाहिए। उन्होने कहा कि आज इस मार्च में हिस्सा लेकर इस वास्तविकता का पता लगा है कि यह कितनी कठिनाईयों का सामना करते हैं। उन्होने कहा कि हाईवेज डाईलाग संस्था बधाई की पात्र है जिसने यह पृथक प्रयास करके इनें बच्चों को बड़ा सत्कार दिया है। उन्होंने इस संस्था को हर साल अपने निजी कोटे में से पाँच लाख रुपए प्रति साल वित्तीय मदद देने का ऐलान भी किया। स. सिद्धू ने यह भी खुलासा किया कि उन्होने स्वयं आँखें दान करने सहित शरीर के अन्य अंग दान करने का फार्म भरा हुआ है। उन्होंने बाकी लोगों को भी अपील की कि वे भी आँखें दान करने का प्रण करें। उन्होनें कहा कि यदि सभी व्यक्ति आँखें दान करने का निश्चय कर लेे तो दुनिया में कोई भी व्यक्ति नेत्रहीन नहीं रहेगा।