एक ओर जहां प्रदेश के स्कूलों में बड़ी संख्या में छात्र-छात्राओं के कोरोना पॉजिटिव आने पर शासन और प्रशासन चिंतित नजर आ रहा है,,,,,,,,, वहीं सरकारी स्कूल में ऐसी लापरवाही सामने आई है,,,,,,, जो कई बच्चों को लिए जोखिम भरा हो सकता है,,,,,,,,, दरअसल प्रदेश के अलग अलग स्थानों पर स्कूलों में बड़ी संख्या में बच्चों के कोरोना संक्रमण के मामले सामने आने के बाद अब स्कूलों में कोरोना टेस्टिंग बड़े पैमाने पर शुरु की गई है,,,,,,,,तो वही रतिया के कन्या वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय में स्वास्थ्य विभाग की एक टीम छात्राओं के सैंपल लेने पहुंची,,,,,, यहां लापरवाही का ऐसा मामला सामने आया जिसे देख कर स्कूल संचालकों के दावों की पोल खुल गई,,,,,,,,स्कूल प्रशासन लगातार कोविड प्रोटोकॉल को सख्ती से लागू करने की बात करता आ रहा है,,,,,,,, लोकिन जो दृश्य सामने आया उसे देख इन दावों की हकीकत सामने आ गई,,,,,,,, दरअसल जब स्वास्थ्य विभाग की टीम स्कूल में पहुंची तो स्कूल प्रशासन द्वारा छात्राओं एक-एक करके भेजने की बजाय वहां एक जगह एकत्र करवा दिया गया,,,,,,, जहां विभाग के अधिकारी सेंपल ले रहे थे,,,,,,,इस दौरान बड़ी संख्या में छात्राएं हुजूम के रूप में एक दूसरे से सटकर खड़ी नजर आई,,,,,, यहां तक कि कुछ छात्राओं ने मास्क भी नहीं लगाया हुआ था,,,,,,,,
वहीं दो विभागों के अधिकारियों की मौजूदगी में जिस प्रकार से कोविड प्रोटोकॉल का उल्लंघन हुआ उसे देख कर लगता है,,,,,,,,कि यह लापरवाही कितनी भारी पड़ सकती है,,,,,,,,वो भी ऐसे समय में जब कोरोना के मामले लगातार बढ़ रहे है,,,,,,,,हालांकि कैमरे को देख कर स्कूल अध्यापकों ने बाद में छात्राओं को लाइन में खड़ा किया और सैंपलिंग करवाई,,,,,,,,,,लेकिन इस तरह की लापरवाही करने से कोरोना का खतरा और अधिक बढ़ जाता हैं,,,,,