कृषि बिलों को लेकर उठा बवाल लगातार बढ़ता ही जा रहा हैं,,,,,,और किसान लगातार इन बिलों का विरोध कर रहै हैं,,,,,,वहीं प्रदेश सरकार के नेता लगातार इन बिलों को लेकर किसानों को जागरूक करने के लिए और इन बिलों का सर्थम करने के लिए ट्रैक्टर रैली निकाल कर सड़कों पर आ गए है,,,,,लेकिन वहीं इस ट्रैक्टर रैली के दोरान नेताओं को किसानों के विरध का सामना भी करना पड़ रहा हैं,,,,,, दरअसल यमुनानगर के छछरौली से शि़क्षा मंत्री एक ट्रैक्टर रैली को लेकर तो निकले लेकिन इस बीच उन्हे जब पता चला कि आगे किसान उनकी रैली को काले झंडे दिखाने वाले है,,,,,,, तो मंत्री साहब टैक्टर से उतरकर कार में स्वार हो गए,,,,,, जबकि मानकपुर के नजदीक भारी संख्या में किसानों ने इक्टठे होकर रैली को काले झंडे दिखाए,,,,,, हालाकि मौके पर भारी पुलिस बल भी मौजूद रहा,,,,,,, और ऐसे में हर प्रकार की स्थिति से निपटने के लिए तैयार था,,,,,, लेकिन किसानों ने काले झंडे दिखा कर यह भी आरोप लगा दिए कि मंत्री जी की रैली में जो ट्रैक्टर शामिल है,,,,,,,, वह ज्यादातर माइनिग जोन के ट्रैक्टर है जबकि असली किसान तो सरकार के खिलाफ एकजुट है,,,,,,,,
बतादें कि मानकपुर के नजदीक सरकार द्वारा निकाली गई टैक्टर रैली का विरोध तो बुधवार को नारायणगढ में भी कुछ ऐसा ही देखने को मिल रहा था,,,,,,, किसानों ने साफ कर दिया कि जब तक इन तीन काले कानूनो को वापिस नही लिया जाता,,,,,,,, तब तक ऐसे ही विरोध प्रदर्शन जारी रहेंगे,,,,
दरअसल इन बिलो को लेकर सरकार द्वारा निकाली गई रैलियों के विरोध में किसानों के सभी गुट एकजुट हुए थे,,,,,,,, और इनका तो अब यह भी कहना है कि अगर इन नेताओ में दम है तो यह किसी गांव में घुस कर दिखाए,,,