विरोध प्रदर्शन की तस्वीरें चंडीगढ़ से सामने आई है। जहां नए कृषि कानून के विरोध में शिरोमणी अकाली दल ने पूरे शहर में जमकर हल्ला बोल किया। चंडीगढ़ में घुसने की कोशिश कर रहे अकालियों को खदेड़ने के लिए पुलिस ने लाठीचार्ज किया और पानी की बौछारें छोड़ीं। इसमें कई कार्यकर्ता जख्मी हुए। पुलिस ने शिअद अध्यक्ष सुखबीर बादल और हरसिमरत कौर समेत कई अकालियों को हिरासत में ले लिया। इन्हें करीब आधे घंटे हिरासत में रखने के बाद रात करीब 11 बजे छोड़ दिया गया। हालांकि कुछ समय बाद उन्हें रिहा कर दिया गया। हालांकि चंडीगढ़ पुलिस ने वाटर कैनन, घुड़सवार पुलिस सहित रॉयट कंट्रोल वेहिकल के अलावा सुरक्षा का भारी बंदोबस्त किया। शिअद प्रधान के सुबह साढ़े दस बजे रवाना हुए मार्च में करीब 150 गाड़ियां शामिल थीं। उनके साथ खुले वाहन में बिक्रम सिंह मजीठिया और अन्य अकाली नेता भी थे।
मुल्लांपुर बैरियर से रात नौ बजे के करीब सुखबीर बादल के नेतृत्व में कार्यकर्ताओं ने चंडीगढ़ में घुसने की कोशिश की। यहां पुलिस ने अकालियों पर लाठियां भांजीं और उन्हें तितर-बितर करने के लिए पानी की बौछारें छोड़ीं। यहां पुलिस ने सुखबीर और यूथ विंग के प्रधान बिक्रम सिंह मजीठिया समेत कई नेता और कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिया। अकालियों ने राज्यपाल को ज्ञापन सौंपने की मांग की लेकिन पुलिस ने मना कर दिया। मोहाली, डेराबस्सी, लांडरां, फतेहगढ़ सहिब के साथ लगते इलाके के नेता एयरपोर्ट रोड स्थित छत गांव में इकट्ठा हुए। यहां पर पूर्व केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर तलवंडी साहिब से कार्यकर्ताओं के लंबे काफिले के साथ छत गांव पहुंचीं। उसके बाद नेताओं का काफिला जीरकपुर की ओर बढ़ा। रात नौ बजे कार्यकर्ताओं ने चंडीगढ़ में घुसने की कोशिश की तो पुलिस ने लठियां चला दीं।