वैसे तो सीएम फलाइंग की टीम इन दिनों काफी सक्रिय है और अवैध फैक्ट्रियों पर जमकर छापेमारी भी कर रही है। लेकिन बात जब यमुनानगर की अवैध फैक्ट्रि पर छापा मारने की हुई तो ये टीम कार्रवाइ के फेर में ही उलझ कर रह गई। क्योंकि यहां पर टीम को ना तो स्वास्थय विभाग का साथ मिला और ना ही कृषि विभाग की टीम का। दरसअल यमुनानगर में किसानों के खेतो ंमें इस्तेमाल होने वाली यूरिया खाद का अवैध रूप से प्लाईबोर्ड फैक्ट्रियों में धडल्ले से इस्तेमाल हो रहा था और इसी की जांच के लिए देर शाम जब सीएम फलाइंग ने रेड की तो लोकल अधिकारियों का साथ न मिलने पर अवैध रूप से चल रही फैक्ट्रियों पर गिरने वाली गाज में बचाव हो गया। हालांकि सीएम फलाइंग अधिकारी तो अभी भी कार्रावाई की बात कह रहे हैं।
टीम ने रात को जब इन फैक्ट्रियों की जांच की तो पता चला कि यह फैक्ट्रिया पूर्ण रूप से अवैध थी। इनके पास ना ही कोई लाइसेंस और ना ही कोई कागजात था। लेकिन जब सीएम फलाइंग ने लोकल अधिकारियों से बात की तो कषि विभाग को छोड कोई भी अधिकारी मौके पर नही पहुंचा और ऐसे में हेल्थ विभाग ने तो साफ कह दिया कि वह बिना आज्ञा के नही आ सकते और इस बात का फायदा मिला इन अवैध रूप से चलने वाली फैक्ट्रियों के मालिकों को मिला।
सीएम फलाइंग टीम के अधिकरी भले ही कार्रवाइ की बात कह रहे हों, लेकिन अब इनसे होगा क्या, ये अब देखने वाली बात होगी।