पार्क का नाम आते ही आखों के सामने आता खुबसूरत दृश्य, जहां हरी घास,,,,,,,सुंदर फूलों से लदे पेड़, छांव दार वृक्ष और ठंडक का एहसास दिलाते फव्वारे,,,,, मगर इन दिनों फतेहाबाद के पार्कों की हालत ऐसी हो चुकी है,,,,,,, जहां जाना तो दूर, उसके पास से निकलने का भी मन नहीं करता,,,,,पार्कों पर नशेडिय़ों का कब्जा है,,,,,,नशे में धुत नशेड़ी पार्कों में इधर उधर पड़े रहते हैं,,,,,,और आने जाने वालों के साथ अभद्र व्यवहार करते हैं,,,,,,,इतना ही नहीं इन पार्कों में शराबी सरेआम शराब पीते है,,,,,,,शराब की खाली बोतलें, गिलास और अन्य सामान पार्कों में पड़ा मिल जाएगा,,,,,,,,शहर के बीचों बीच स्थित अंबेडकर पार्क, पपीहा, हेरिटेज पार्क, मॉडल टाऊन में बने पार्कों की हालत रख रखाव के अभाव में खस्ता हो चली है,,,,,दरअसल इन पार्कों की ओर न तो नगर परिषद ध्यान दे रहा है,,,,, और न ही इन पार्कों में पड़े नशेडिय़ों पर पुलिस प्रशासन कोई कार्रवाई कर रहा है,,,,,,हालत ऐसे हो चले हैं पार्क कूड़ा दान में तब्दील होते जा रहे हैं,,,,,, कमोवेश यही हालत शहर के बीचों बीच बनी ग्रीन बेल्टों का भी है,,,,,इन ग्रीन बेल्टों के बाहर बेशकीमती मार्बल तो लगा दिया गया, लेकिन इनके अंदर की हालत नहीं सुधारी गई,,,,,,,इन ग्रीन बेल्टस में ग्रीनरी तो है ही नहीं, अगर कुछ है तो लोगों द्वारा फैंका जा रहा कूड़ा, बहुत सी ग्रीन बेल्ट को तो तोड़ फोड़ खत्म कर दिया गया है,,,,, कुछ में कब्जाधारियों ने कब्जा किया है ,,,,,,,,,
दरअसल शहर के ज्यादातर पार्कों का यही हाल होता जा रहे हैं,,, लेकिन कोई भी प्रशासनिक अधिकारी इस और ध्यान नहीं दे रहा,,,,,फिलहाल देखना होगा कि कब अधिकारी इस और ध्यान देते हैं,,,, और कब इसकी हालत में सुधार आता हैं,,,