केंद्र सरकार द्वारा लाए जा रहे तीन अध्यादेशों पर उठा बवाल थमने का नाम नहीं ले रहा है। जहां एक ओर सरकार इन अध्यादेशों को लागू करने का मन बना चुकी है वहीं किसान और व्यापारी इन अध्यादेशों के खिलाफ अपना बिगुल बजा चुके हैं। इन अध्यादेशों के खिलाफ आज फतेहाबाद अनाजमंडी के आढ़तियों ने धरना प्रदर्शन कर सरकार के फैसले के खिलाफ अपना रोष जताया है,,, व्यापारी नेताओं का कहना है कि केंद्र सरकार द्वारा जिस प्रकार से इन अध्यादेशों को लागू करने के लिए आनन फानन में प्रयास किए जा रहे हैं, इससे उनकी मंशा पर शक होना लाजिमी है। उन्होंने कहा कि सदन में बिना किसी चर्चा के बिल लागू कर देना सरासर अन्यायपूर्ण है। उन्होंने कहा कि सरकार आज जो स्थिति पैदा कर रही है वह किसी अघोषित एमरजेंसी से कम नहीं है।
व्यापारी नेताओं ने साफ शब्दों में सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि अगर उनकी मांगों पर विचार नहीं किया गया तो वह अपने काम पूर्ण बहिष्कार कर निजी और सरकारी खरीद में कोई सहयोग नहीं करेंगे। इसके साथ प्रदेश कार्यकारिणी आंदोलन की जो रूपरेखा तैयार करेगी उसके अनुसार आगे का आंदोलन भी लड़ा जाएगा।
दरअसल तीन अध्यादोशों को लेकर अब किसानों ने आंदोलनों का आगाज कर दिया,, फिलहाल देखना होगा कि सरकार क्या फैसला लेती हैं,,,,,और किसानों का ये आंदोलन कितना बड़ा रूप लेता हैं,,,,,