सोमवार को चंडीगढ़ में खाद्य एवं आपूर्ति विभाग की बैठक हुई,,,,,, जिसके बाद उप मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने कहा कि फसल खरीद से पहले सभी जिलों में फसलों के वेरिफिकेशन की जाएगी,,,,,,,,हर मुरब्बे पर लगी फसलों की जांच के लिए एसडीम की अध्यक्षता में कमेटी गठित की गई है,,,,,,,, उन्होंने कहा कि खरीफ के मौसम में धान, मक्का, बाजरा गन्ना और कपास की खरीद होती है,,,,,,,,,इसमें से धान की खरीद केंद्र सरकार FCI के जरिए भी करती हैं,,,,,,, धान की खरीद 25 सितंबर से शुरू करने के लिए केंद्र सरकार को पत्र लिखा गया है,,,,,,,,दुष्यंत चौटाला ने कहा कि पिछली बार धान की खरीद के लिए प्रदेश में 198 खरीद केंद्र बनाए गए थे,,,,,,,, इस बार सरकार ने मिलो में भी खरीद सेंटर बनाने का फैसला किया है,,,,,,,,,इस तरीके से करीबन 400 केंद्र और उप केंद्रों पर धान की खरीद होगी,,,,,,,,
वहीं बाजरा खरीद पर बोलते हुए उपमुख्यमंत्री ने कहा कि पिछली बार प्रदेश की 62 मंडियों में धान की खरीद हुई थी,,,,,,लेकिन इस बार कोरोना संक्रमण को देखते हुए सरकार ने इनकी संख्या बढ़ाकर डबल करने का फैसला किया है,,,,,,,सरकार का मकसद किसानों की उपज का एक-एक दाना खरीदना और उन्हें कोविड-19 से बचाना है,,,,,
वही हाल ही में केंद्र सरकार की तरफ से जारी किए गए इज ऑफ डूइंग के आंकड़ों में हरियाणा की रैंकिंग घटकर 16 पहुंच गई है,,,,,,चंडीगढ़ में हरियाणा के उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला से जब इस बारे में प्रतिक्रिया मांगी गई तो वह इस सवाल से बचते नजर आए,,,,,,,उन्होंने कहा कि यह आंकड़ा साल 2019 का है,,,,,,,इसलिए वह इस पर कोई प्रतिक्रिया नहीं देंगे,,,,,,,लेकिन उन्होंने दोहराया कि 1 अक्टूबर से शुरू होने वाली हरियाणा की औद्योगिक नीति से प्रदेश के निवेश में बड़ा बदलाव आएगा,,,,,,,,,,, प्रदेश में इससे ज्यादा इन्वेस्टमेंट होगा जिससे युवाओं को नौकरी मिलेगी,,,,,,,,और नई नीति तैयार करने के लिए उन्होंने प्रदेश के सभी विधायकों, सांसदों, राज्य औद्योगिक संस्थाओं, राष्ट्रीय राष्ट्रीय औद्योगिक संस्थाओं से सुझाव मांगे हैं,,,,,,
दरअसल हरियाणा में आगामी खरीफ की फसलों की खरीद 1 अक्टूबर से शुरू हो जाएगी,,,,,जबकि धान की खरीद 25 सितंबर से शुरू करने के लिए केंद्र सरकार को पत्र लिखा जाएगा,,,,,,,फिलहाल देखना होगा कि धान की फसलों की खरीद की शुरूआत कब तक हो पाती हैं,,