हरियाणा के विभिन्न सरकारी कार्यालय, बोर्ड और निगम में हारट्रॉन के माध्यम से कार्यरत लगभग 4 हजार कर्मचारियों की 4 साल बाद भी सैलरी रिवाइज ना होने के कारण कर्मचारियों में रोष बढ़ रहा है,,,,,,,दरअसल कोरोना के चलते एकजुट ना हो पाने के चलते उन्होने रविवार को प्रदेशभर में सोशल मीडिया ट्विटर के माध्यम से अपना रोष प्रकट कर सरकार से सैलरी रिवाइज करने की मांग कर की,,,,,,,,फतेहाबाद में ऐसे ही कर्मचारी ने ट्वीटर पर चलाये जा रहे अपने विरोध के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि हमने सोशल मीडिया का प्रयोग कर अपनी सैलरी रिवाइज करने की सरकार से मांग की है,,,,,,,फतेहाबाद के एक विभाग में तैनात कर्मचारी सुनील कुमार ने बताया कि 4 साल के बाद भी उनका वेतन 13 हजार 500 है जो कि इस समय डीसी रेट पर लगे कर्मचारियों से भी कहीं कम है,,,,,,, हरियाणा सरकार की विभिन्न आईटी प्रोजेक्ट को सफल बनाने में इन 4 हजार हारट्रोन कर्मचारियों का अहम रोल होता है,,,,,,, सरकार ने ई ऑफिस की शुरुआत की है,,,,,,,,जिसके कारण सभी कर्मचारी अपनी कड़ी मेहनत और दिन-रात लग कर ई ऑफिस के माध्यम से सभी कार्यों को सुचारू रूप से संपन्न करवा रहे हैं,,,,,,,
दरअसल इन 4 हजार कर्मचारियों ने सरकार से अनुरोध किया है कि 2019 में रिवाइज होने वाले वेतन को अभी तक रिवाइज नहीं किया गया है,,,,, जिसको लेकर उन्होने सरकार से जल्द ही इस ओर ध्यान देंने और कर्मचारियों के सैलरी रिवाइज करने की मांग की हैं,,,