हौसले के तरकश में, कोशिश का हर वो तीर जिन्दा रखो। हार जाओ चाहे जिन्दगी में सब कुछ, मगर फिर से जीतने की उम्मीद जिन्दा रखो। अपनी इसी जीत की लगन लिए हिसार पर्वतारोही अनिता कुण्डू ने आज वो मुकाम हासिल किया है, जिसे पाना हर किसी का एक सपना होता है। माउंड एवरेस्ट को फतह करने वाली हिसार की पर्वतारोही अनिता कुण्डू को एडवेंचर के सबसे बड़े अवॉर्ड तेनजिंग नोर्गे नेशनल अवॉर्ड से सम्मानित किया जाएगा। देश के राष्ट्रपति, 29 अगस्त को खेल दिवस पर प्रमाण पत्रों के साथ उन्हें 15 लाख अवार्ड भी देंगे। बता दें कि पर्वतारोहण के साहसिक खेल में भारत सरकार की तरफ से दिया जाने वाला ये सबसे बड़ा अवॉर्ड है। अनीता कुंडू के परिजनों के खुशी का माहौल है।
बता दें कि अनिता इस समय हरियाणा पुलिस में करनाल में बतौर इस्पेंक्टर के पद पर तैनात हैं। पर्वतारोहण में इनकी उपलब्धियों को देखते हुए चयन समिति ने इनके नाम का चयन किया था। जिस पर खेल मंत्री किरिन रिजिजू ने अनिता के नाम पर मोहर लगा दी। ये अर्जुन अवॉर्ड के बराबर का सम्मान है। इसके साथ ही अनित कुडू ने अपने बीते समय को भी याद किया।
अनिता कुडू में 2009 में पर्वतारोहण के बेसिक एडवांस के साथ सभी कोर्स पास किए। इसके बाद उन्होंने पीछे मुड़ के नहीं देखा।एक एक कर उन्होंने कइ चोटियों को फतह किय नेपाल और चीन दोनों ही रास्तों से माउंट एवरेस्ट को फ तेह करने वाली हिंदुस्तान की इकलौती बेटी बनने का सौभाग्य प्राप्त हुआ। 2018 में पूरी दुनियां के सातों महाद्वीपों की चढ़ाई शुरू कीएशिया की माउंट एवरेस्टए अफ्रीका की किलिमंजारो यूरोप की एलबुर्सए अंटार्कटिका की विनसन मासिफ दक्षिणी अमेरिका की अकांकागुवा ऑस्ट्रेलिया की कारस्टेन्स पिरामिड शिखर फतेह। अब उनकी इस उपलब्धि के बाद परिवार में खुशी का माहौल हैं।
हरियाणा सरकार ने नारी शक्ति पुरुस्कारए कल्पना चावला अवार्ड से सम्मानित किया हुआ है। सैंकड़ो संस्थाए समूह संगठन अनिता को सम्मानित कर चुके हैं। अनेकों यूनिवर्सिटी संस्थाओं आदि ने अनिता को अपना ब्रांड एंबेसडर बनाया हुआ है। अनित की भाभी भी उन्हें मिलने वाले सम्मान से काफी ज्यादा खुश दिखाद दी।
एक पर्वतारोही के साथ.साथ अनिता एक मोटिवेशनल स्पीकर के तौर पर भी जानी जाती है। हिंदुस्तान के हर कोने में उनको सुनने के लिए बुलाया जाता है।