आम जनता के सब्र का बांध जब टूट जाता है तो तस्वीरें कुछ ऐसी ही देखने को मिलती है। पंचकूला के अंतगत पड़ते मोरनी के ग्रामीणों ने हरियाणा वन विभाग के मंत्री का काफिला ही घेर लिया। दरसअल इस क्षेत्र के ग्रामीण वन विभाग की बेरुखी से नाराज थे। दरअसल ग्रामीणों को आरोप हैं कि मोरनी के थापली क्षेत्र में वन विभाग नाजायज ही लोगों के चालान काट रहा है। ग्रामीण लोगों की शिकायत है कि उनके गांवों को जोड़ने वाले जंगली रास्तों की हालत खस्ता है और यदि वे लोग इन रास्तों को खुद ठीक करते हैं तो वन विभाग आरक्षित क्षेत्र से छेड़छाड़ करने का हवाला देकर लोगों के चलान ही काट देता है।
गांव की महिलाएं भी वन मंत्री के काफिले के आगे खड़ी हो गई और बिना अपनी समस्या मंत्री को सुनाए काफिले को आगे नहीं बढ़ने दिया। वन मंत्री हालांकि ग्रामीणों को व्यवस्था दुरुस्त करवाने का भरोसा देकर वापिस लौट गए। लेकिन गांव के लोगों का अभी भी यही कहना है कि सुधार ना होने तक सरकार के प्रति उनका रोष बना रहेगा।
अब इन्हें इनकी बदकिस्मती कहें या फिर प्रशासन और सरकार की लापरवाही। अनेक बार सरकार तो बदल जाती है लेकिन इनकी समस्याएं जस की तस ही बनी रहती हैं। अब मंत्री जी ने आश्वासन तो दे दिया लेकिन क्या इनकी समस्या का कोई समाधान हो पाता है या नहीं ये देखने वाली बात होगी।