बीती 3 अगस्त को देश जहां रक्षाबंधन की खुशी मना रहा था तो वहीं ये पावन दिन दो परिवारों के लिए कहर बन कर टूटा। रक्षाबंधन के दिन कुंडली मानेसर पलवल एक्सप्रेस वे पर बड़ा हादसा हुआ। हादसे में भाई- बहन और एक मासूम बच्चे की मौत हो गई। हादसा केएमपी के बीचोबीच खड़े गैस टैंकर के कारण हुआ है। केएमपी पर खड़े गैस टैंकर में सेंट्रो कार की सीधी टक्कर जा लगी। जिसके चलते कार में सवार गौरव उसकी बहन प्रीति और भांजे की मौके पर ही मौत हो गई। जानकार के मुतबिक मृतक गौरव सोनीपत का रहने वाला था। जो रक्षाबंधन के मौके पर बहन को लेने के लिए बादली आया था। बहन से राखी बंधवाने के बाद गौरव अपनी बहन और भांजे को अपने साथ लेकर सोनीपत आ रहा था। कि तभी बीच रास्ते में दर्दनाक सड़क हादसे का शिकार हो गया। केएमपी पर बादली टोल से 2 किलोमीटर की दूरी पर गौरव की कार सड़क के बीच में अवैध रूप से खड़े गैस टैंकर में सीधी जा गुसी । हादसा इतना गंभीर था कि तीनों ने मौके पर दम तोड़ दिया।
इस हादसे के बाद से गैस टैंकर का ड्राइवर भी मौके से गायब हो गया। एम्बुलेंस की मदद से तीनों के शव बहादुरगढ के ट्रॉमा सेंटर लाये गया जहा पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंपे गए। पुलिस ने फिलहाल मामला दर्ज कर कानूनी कार्रवाइ शुरू कर दी। लेकिन इस हादसे ने सड़को के बीच और किनारे पर खड़े होने वाले वाहनों पर एक बार फिर से सवाल खड़ा कर दिया है। सड़क के किनारे अवैध पार्किंग के कारण हर साल सैंकड़ो हादसे होते हैं लेकिन फिर भी ऐसे वाहनों के खिलाफ कोई कार्रवाइ नहीं होती है। ट्रैफिक पुलिस भी दोपहिया वाहनों के चालान तक ही सीमित दिखाई देती है। ऐसे में जिस इलाके में इस तरह सड़क पर अवैध पार्किंग से होने वाले हादसों पर पुलिस की जवाबदेही तय करने की जरूरत हो जाती है।