हरियाणा में टिडी दल एक बार फिर से सक्रिय हो चुका है। इस बार इनकी धमक हिसार- भादरा बाॅडर पर देखने को मिली है। हरियाणा और राजस्थान के बीच बोर्डर भादरा में ट्टिडी दल पहुंच चुका है और ये टिडडी दल हिसार से मात्र 40 किलोमीटर की दूरी पर ही मौजूद है। जिसके बाद से अन्नदाता किसानों के माथे पर चिंता की लकीरें खिंच गई हैं। उन्हें अपने फसलों की चिंता सताने लगी है। जबकि हिसार जिला प्रशासन टिडडी दल को लेकर पूरी तरह से अल्र्ट हो गया है। प्रशासन ने सभी एसडीएम, उपमंडल और खंड स्तर पर भी टिड्डड्ढी नियंत्रण के लिए अधिकारियों और कर्मचारियों को ट्रेनिंग दिलवाने के निर्देश जारी कर दिए हैं। हिसार के कृषि विभाग के उपनिदेशक विनोद कुमार फोगाट ने बताया कि जिला उपायुक्त डा. प्रियंका सोनी ने टिड्डड्ढी दल के खात्मे के लिए सूचनाओं को जल्द से जल्द दूसरे अधिकारियों तक पहुंचाने की तैयार कर ली है।
किसानों की चिंताए इसलिए भी बढ़ी है क्योंकि टिडडी दल का झुंड एक दिन में 150 किलोमीटर का ऐरिया कवर कर लेता है। आपको बता दे कि इससे पहले टिडडी दल का हमला फसलों पर हरियाणा के भिवानी, रेवाडी, महेद्रगंढ, मेवात रेवाडी में हो चुका है। टिडी दल से निपटने के लिए अधिकारी जरूरी रणनीति बनाने में जुटे हुए हैं। ताकि यदि जिला में टिड्डड्ढी दल का प्रवेश होता है तो उसका जल्द से जल्द खात्मा किया जा सके और किसानों का कम से कम नुकसान हो।
प्रशासन की माने तो इसके लिए गांवों, विशेषकर सीमावर्ती गांवों में नियुक्त पटवारी व ग्राम सचिव अपने स्टेशनों पर मौजूद रहकर टिड्डड्ढी दल की गतिविधि पर नजर रखें और ग्रामीणों से तालमेल बनाए रखें ताकि टिड्डड्ढी दल आने की स्थिति में सूचना तुरंत कृषि विभाग व प्रशासन तक पहुंच सके। कृषि व बागवानी विभागों के अधिकारी-कर्मचारी भी अधिकतर समय फिल्ड में बिताएं।
जिले में टिड्डड्ढी दल के अगले तीन महीने तक सक्रिय रहने की संभावना जताई गई है। केंद्र और प्रदेश सरकार टिड्डड्ढी दल के खात्मे के लिए इस बार काफी गंभीर दिखाई दे रही है।