पृथला गांव का वार्ड नं 12, जिसे कि अनुसुचित जाति का वार्ड कहा जाता है। अब इसी वार्ड के लोगों ने प्रशासन पर भेदभाव करने का आरोप लगाया है। यहां के लोगों का कहना है विकास की दौड़ में इनका वार्ड पिछड़ जाता है। पंचायत व प्रशासन यहां के लोगों की अनदेखी करता है। सरकार व प्रशासन के द्वारा समय-समय पर सर्वसहमति से चुनाव किए जाने की परमपरा को प्रोत्साहित करते हुए ईनाम राशी भी दी जाती है पर इस राशी का क्या अगर उस स्थान के लोग विकास के पथ पर पिछडेपन की दलदल में रहने का मजबुर हो।
भेदभाव के इस मामले को लेकर खण्ड एंव पंचायात विकास अधिकारी नरेन्द्र सिंह से बात की गई, तो उनहोनें गांव में विकास की बात कही। लेकिन साथ ही उन्होंने ये भी कहा कि अगर कहीं पर कोई कमी रही होगी तो जांच पड़ताल भी करवाई जाएगी। उन्होने कहा कि वो ऐसे पंचायातों वो वार्ड को हमेशा बढावा देते है तो भाईचारे से सदस्य चुनते है सरकार ऐसी पंचायत को प्रोत्साहन राशी भी देती है।
एक ओर ग्रामीण हैं तो प्रषासन पर भेदभाव का आरोप लगा रहे हैं तो दूजी ओर अधिकारी हैं जो निरंतर विकास की बात कर रहे हैं। अब अधिकारी और ग्रामीणों में से कौन सच बोल रहा है ये तो जांच के बाद ही पता चल पाएगा।