चंडीगढ,4अक्टूबर। हरियाणा के सिरसा स्थित डेरा सच्चा सौदा के प्रमुख गुरमीत राम रहीम को पिछले 25अगस्त को सीबीआई अदालत द्वारा साध्वी बलात्कार मामले में दोष करार दिए जाने के बाद भडकी हिंसा के मामले में गिरफ्तार की गई हनीप्रीत इंसा को पंचकूला पुलिस ने मंगलवार रातभर पूछताछ के बाद बुधवार को अदालत में पेश किया। पुलिस ने अदालत से हनीप्रीत को चैदह दिन के रिमांड पर सौंपने की मांग रखी लेकिन अदालत ने छह दिन का पुलिस रिमांड मंजूर किया।
पुलिस की ओर से अदालत में दलील दी गई कि हनीप्रीत इंसा की निशानदेही पर हिंसा भडकाने के अन्य आरोपी आदित्या इंसा की भी गिरफ्तारी की जाना है। इसके अलावा हनीप्रीत के मोबाइल फोन की बरामदगी भी की जाना है। बचाव पक्ष के वकील एसके गर्ग नरवाना ने पुलिस रिमांड का विरोध किया। उन्होंने दलील दी कि हनीप्रीत का हिंसा भडकाने की साजिश में लिप्त होने का कोई प्रमाण नहीं है। हनीप्रीत ने भी स्वयं को निर्दोष बताया। अदालत ने दोनों पक्षों की दलीलें सुनने के बाद हनीप्रीत को छह दिन के पुलिस रिमांड पर सौंपने का आदेश दिया।
हरियाणा पुलिस ने हनीप्रीत को मंगलवार को पंजाब के जीरकपुर से पटियाला रोड पर गिरफ्तार किया था। हनीप्रीत के साथ एक महिला सुखदीप कौर को भी गिरफ्तार किया गया। अदालत ने सुखदीप को भी छह दिन के पुलिस रिमांड पर सौंपा है। पुलिस ने बताया कि हनीप्रीत राजस्थान के गुरसर मोदिया में हरियाणा की एसआईटी द्वारा डाले गए छापे के बाद से भटिंडा में सुखदीप कौर के पास ही रह रही थी। पुलिस अधिकारियों के अनुसार मंगलवार दोपहर बाद करीब तीन बजे गिरफ्तारी के बाद हनीप्रीत से रात में करीब साढे चार घ्ंाटे पूछताछ की गई लेकिन उसने ज्यादातर अहम् सवालों के जवाब नहीं दिए। हनीप्रीत ने पुलिस पूछताछ में अपने को निर्दोष बताया और हिंसा भडकाने की साजिश में शामिल होने से इनकार किया। हनीप्रीत ने मंगलवार को गिरफ्तारी से पहले कुछ चैनलों को साक्षात्कार भी दिए और अपने खिलाफ लगाए जा रहे सभी कलंकों को गलत बताया। उसने स्वयं के साथ-साथ डेरा प्रमुख गुरमीत राम रहीम को भी निर्दोष बताते हुए विश्वास व्यक्त किया कि एक दिन सच सामने आयेगा। उसने कहा कि गुरमीत राम रहीम के साथ उसका पिता-पुत्री वाला सच्चा रिश्ता ही है।
उल्लेखनीय है कि गुरमीत राम रहीम को पिछले 25अगस्त को पंचकूला स्थित सीबीआई अदालत ने जब साध्वी बलात्कार मामले में दोषी करार दिया था तब हनीप्रीत अदालत परिसर में मौजूद थी और पंचकूला से गुरमीत को हैलीकाॅप्टर में रोहतक के सुनारिया जेल ले जाए जाने तक वह हैलीकाॅप्टर में भी गुरमीत के साथ थी। इसके बाद वह लापता हुई। पंचकूला पुलिस को तब तक उसकी तलाश भी नहीं थी। लेकिन गुरमीत को दोषी करार दिए जाने के तुरन्त बाद पंचकूला में भडकी हिंसा के सिलसिले में मुकदमा दर्ज कर जब पुलिस ने गिरफ्तारियां शुरू की तो हनीप्रीत का नाम साजिशकर्ता के रूप में सामने आया। खासकर पंचकूला स्थित डेरा के नाम चर्चाघर के प्रमुख सुरेन्द्र धीमान ने गिरफ्तार किए जाने पर हनीप्रीत द्वारा हिंसा की साजिश रचे जाने का बयान दिया। इसके बाद पंचकूला पुलिस ने हनीप्रीत के खिलाफ देशद्रोह का मुकदमा दर्ज कर उसकी तलाश शुरू की। हरियाणा पुलिस ने हनीप्रीत की गिरफ्तारी के लिए पांच एसआईटी का गठन किया। इन एसआईटी ने राजस्थान,उत्तरप्रदेश,पंजाब,दि ल्ली आदि स्थानों पर छापे डालते हुए गिरफ्तारी का प्रयास किया। लेकिन यह बात सामने आई कि हनीप्रीत को पूर्व सूचना मिलने से वह पुलिस छापे से पहले स्थान छोडने में कामयाब हो रही थी। इसी दौरान हनीप्रीत ने दिल्ली हाईकोर्ट में अपनी ट्ाजिट अग्रिम जमानत की अर्जी भी पेश की थी लेकिन यह नामंजूर कर दी गई थी। मंगलवार को हनीप्रीत को चेनलों को इंटरव्यू के बाद जिस नाटकीय ढंग से गिरफ्तार किया गया उससे लग रहा था कि कहीं न कहीं पंजाब के एक कांग्रेस नेता की मध्यस्थता से हनीप्रीत को हरियाणा पुलिस के हवाले किया गया।