किसानों और व्यापारियों को लेकर पास किया गया तीन कृषि आर्डिनेंस अब केद्र और हरियाणा सरकार के लिए ही गले की फांस बनता जा रहा है। इस आर्डिनेंस के विरोध में हरियाणा का किसान सड़कों पर उतर चुका है। विरोध प्रदर्शन की ये तस्वीरें हिसार से सामने आई है। जहां किसानों ने इस अध्यादेश के विरोध में ट्रेक्टरों पर काले झंडे लगाकर विरोध प्रदर्शन किया। इसके अलावा किसानों ने डीजल पेट्रोल की बढोतरी के विरोध में भी रोष जताया।
इस मौके पर अखिल भारतीय व्यापार मंडल के अध्यक्ष बजरंग दास गर्ग, इफ्को डारेक्टर दिलबाग सिंह हुड्डा, सयुक्त किसान संघर्ष समिति के महासचिव सतबीर सिंह सहित अन्य किसानों संगठनो के साथ मिल कर विरोध जाहिर किया।किसानों की माने तो बीमा योजना में रुपये बढा कर किसानों के साथ सरकार ने अन्याय किया है।
किसानों ने अपनी मांगो लेकर देश प्रधानमंत्री मोदी के नाम उपायुक्त के माध्यम एक ज्ञापन पत्र सौंपा। किसानो ने सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि यदि मांगे नही मानी गई तो देशव्यापी आंदोलन किया जाएगा। ये विरोध प्रदर्शन हिसार सहित हरियाणा व पंजाब के किसानों ने भी किया और आज के दिन को विरोध दिवस मनाया। किसानों की मांग है कि बीमा प्रणाली में संशोधन किया जाए और किसानों को पर्याप्त बिजली व पानी उपलब्ध करवाया जाए। संयुक्त जल संघर्ष समिति सहित अन्य संगठनों मिल कर हिसार के क्रातिमान पार्क में एकत्रित हो कर विरोध प्रदर्शन किया है।
बता दें कि किसान एवं व्यापारी केंद्र सरकार के इन अध्यादेश का विरोध कर रहे हैं जिसके मुताबिक किसान पहले कानून के मुताबिक हर व्यापारी केवल मंडी से ही किसान की फसल खरीद सकता था। अब व्यापारी को इस कानून के तहत मंडी के बाहर से फसल खरीदने की छूट मिल जाएगी। अनाज, दालों, खाद्य तेल, प्याज, आलू आदि को जरूरी वस्तु अधिनियम से बाहर करके इसकी स्टाक सीमा समाप्त कर दी गई है। सरकार कांट्रेक्ट फॉर्मिंग को बढ़ावा देने की बात कह रही है