Sunday , 24 November 2024

कोरोना और लॉक डाउन का पचरंगा अचार पर भी दिखा असर, 700 डिब्बों की जगह पैक होते हैं 100 डिब्बें

कोरोना और लॉक डाउन ने जहां पूरे देश में व्यापार पर काफी प्रभाव डाला है,,,,,, वही विश्व विख्यात पचरंगा अचार भी इस मार से नहीं बच पाया,,,,,,,जहां पानीपत में तैयार किए जाने वाले पचरंगा अचार की पूरे विश्व में मांग रहती थी,,,,,,अब मांग घटकर कुछ प्रतिशत ही रह गई हैं,,,,,,दरअसल कोरोना और लॉक डाउन में ट्रांसपोर्ट की सुविधा ना होने के चलते पचरंगा और पॉपुलर अचार व्यवसायियों को भारी नुकसान सामना करना पड़ रहा हैं,,,,,,व्यवसायियों का कहना कि ग्राहक भी अब तो नाममात्र ही रह गए हैं,,,,,,,अचार की फैक्ट्री में काम करने वाली एक कर्मचारी ने कहा कि पिछले 8 साल से यहां काम कर रही हूं,,,,,पहले यहां 70 से 80 कर्मचारी काम  करते थे,,,,, अब मात्र तीन चार कर्मचारी काम कर रहे हैं,,,,, अचार के  600 से 700 डब्बे पैक होते थे,,,,,और अब मात्र 100 डब्बे पैक कर रहे हैं लेकिन मास्क और ग्लब्स पहन कर ही काम करवाया जा रहा है,,,,,,

अचार फैक्ट्री के मालिक जितेंद्र ने कहा कि पहले के मुकाबले अब आचार की सेल 70 से 80% घट चुकी है,,,,, और लॉक डाउन में ट्रांसपोर्ट पूरी तरह से ठप हो चुकी थी,,,,,, जिसकी वजह से भी काफी नुकसान हुआ है,,,,,, अब फिलहाल हालात सुधरते जा रहे हैं,,,,,,उन्होने कहा कि जब पूर्ण लॉकडाउन था तब उनकी आचार की फैक्ट्री बंद करवाने के लिए प्रशासन उनकी फैक्ट्री में आया था,,,,,,, लेकिन उन्होंने प्रशासन को सुझाव दिया कि अगर लोगों के घरों में सब्जी या अन्य वस्तुएं नहीं होंगी,,,,,,, तो लोग अपने घरों में आचार के साथ भी रोटी खा सकते हैं,,,,,जो सुझाव प्रशासन को अच्छा लगा और प्रशासन ने उनके सुझाव को भी माना ,,,,,उन्होंने कहा कि आचार इंडस्ट्री एक ऐसी इंडस्ट्री है जो कि कृषि से जुड़ी हुई है,,,,, और अगर अचार इंडस्ट्री को बढ़ावा मिलता है,,,, तो मानकर चलिए की कृषि को भी बढ़ावा मिलेगा,,,, जोकि किसानों के लिए भी फायदेमंद होगा,,,,,

दरअसल कोरोना और लॉक डाउन ने जहां पूरे देश में व्यापार पर काफी प्रभाव डाला है,,,,,,,वहीं छोटे उद्योंगो पर भी इसका काफी प्रभाव देखने को मिला,,,,,दरअसल पानीपत में जहां पचरंगा अचार बनाने की फैक्ट्री से पूरे विश्व में आचार की सप्लाई होती थी,,,,,,वहीं अब लॉकडाउन की वजह से ट्रांसपोर्ट पूरी तरह से ठप होने के बाद आचार इंडस्ट्री को भी भारी नुकसान उठाना पड़ा,,,,,,और इस दौरान आचार की सेल 70 से 80% तक घट चुकी है

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