बिजनौर जनपद के जसपुर क्षेत्र में उस समय सनसनी फैल गई, वहां एक मृतक हाथी की सूचना मिली। मृतक हाथी की डेड बाॅडी तराई पश्चिम वन प्रभाग की फाटो रेंज अंतर्गत मिली। वन विभाग को मृतक हाथी की सूचना वहां नजदीकी खेतों में काम कर रहे ग्रामीणों ने दी। जैसे ही वन विभाग को हाथी के बारे मे सूचना मिली प्रशासन में हड़कंप मच गया। आनन फानन में विभाग के आला अधिकारी मौके पर पहुँच गए और मामले की जांच पड़ताल में जुट गए। वंही डाक्टरो की टीम भी मौके पर पहुची और हाथी का पोस्टमार्टम करने में जुट गयी है। तराई पश्चिम वन प्रभाग के डीफओ हिमांशु ने मृतक हाथी के बारे में जानकारी दी। उनकी माने तो हाथी की उम्र लगभग 10 वर्ष से 20 वर्ष के बीच की हो सकती है।
फिल्हाल तो हाथी की मौत के कारणों का पता नहीं लगाया जा सका है। पोस्टमाॅर्टम रिपोर्ट के बाद ही मौत की असली वजह का पता लगाया जा सकेगा। तो वहीं विभाग की टीम मामले मे आगे की कार्रवाई में जुट गई है। लेकिन इसमें सबसे बड़ा सवाल तो वन विभाग पर ही खड़ा होता है। क्योंकि हाथी की मोत पर जिस तरह से वन विभाग का महकमा मौके पर इक्टठा हुआ, इससे एक बता तो तय हे कि मृतक हाथी वन विभाग से ही था। तो सवाल ये उठता है कि आखिर इस हाथी की मोत कैसे हुई। क्या कोई हाथी का शिकार करना चाहता था। क्योंकि मौका ए वारदात पर तो हाथी लहुलुहान हालत में मिला था। अब देखना ये होगा कि इन उठते सवालों का जवाब वन विभाग कब तक दे पाता है।