चण्डीगढ़, 1 अक्टूबर । हरियाणा में कृृषि क्षेत्र को विदेशी ढांचे में ढालने की तैयारी की जा रही है। प्रदेश के कृृषि व किसान कल्याण मंत्री ओमप्रकाश धनखड इजराइल दौरे से लौटने के बाद कृृषि क्षेत्र में विदेशी तर्ज पर बदलाव करने की बात कर रहे है।
धनखड़ ने रविवार को कहा कि अनेक देशों में कृषि व कृषि से संबंधित व्यवसायों को सर्विस सैक्टर के साथ जोड़ा गया है और ऐसे देशों में गाय व भैंसों के लिए पीजी भी खोले गए है।, जिन लोगों के पास गाय या भैंस पालने के लिए पर्याप्त स्थान नहीं है, ऐसे लोग अपने पशु को पीजी में रख सकते हैं। उन्होंने कहा कि हरियाणा में भी इस प्रकार की शुरूआत करने पर विचार किया जाएगा। इसके अलावा, किसानों की आर्थिक दशा में गुणात्मक सुधार के लिए कृषि क्षेत्र को सर्विस सैक्टर से जोड़ा जाएगा। हरियाणा में कृषि उत्पादों की मार्केटिंग का प्रशिक्षण देने के लिए विभिन्न स्थानों पर सरकार द्वारा संस्थान खोले जाएंगे।
कृषि क्षेत्र में सुधार को लेकर इजरायल का दौरा करके लौटे धनखड़ ने फतेहाबाद में किसान जमावड़ा सम्मेलन में यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि कृषि के साथ-साथ बागवानी व पशुपालन व्यवसाय को भी सरकार बढ़ावा दे रही है।
ई-ट्रैडिंग के सम्बंध में उन्होंने कहा कि किसानों की आर्थिक दशा में सुधार के लिए ई-ट्रैडिंग एक महत्वपूर्ण कदम है, जिसके माध्यम से किसान सब्जी व फलों की ऑनलाईन बिक्री कर सकेंगे। इससे किसानों को अन्य राज्यों में चल रहे दामों के बारे में भी पता चलेगा। उन्होंने विश्वास दिलाया कि इस योजना से व्यापारियों व आढ़तियों को किसी प्रकार का कोई नुकसान नहीं होगा।
उन्होंने फाने व फसली अवशेष न जलाने की अपील करते हुए किसानों से कहा कि वे फसल अवशेष प्रबंधन से जुड़े 12 प्रकार के कृषि यंत्रों पर मिलने वाली सब्सिड़ी का लाभ उठाए।दादूपुर नलवी नहर को लेकर विपक्षी दलों के धरना प्रदर्शन के सम्बंध में धनखड़ ने कहा कि इस मुद्दे पर विपक्षी दल राजनीति कर रहे हैं, जबकि वास्तविकता है कि दादूपुर नलवी नहर पर लिए गए निर्णय से किसानों का कुछ भी नुकसान नहीं होगा।