गैंगस्टर विकास दूबे भले ही पुलिस एनकांउटर में ढेर हो गया हो… लेकिन मरकर भी विकास दूबे अपने पीछे कई सवाल और कई कहानियां छोड़ गया है। उन्हीं कहानियों में से एक कहानी उसके गिरफ्तारी से महज़ 1 दिन पहले की है। जानकारी मुताबिक गिरफ्तारी से पहले की रात विकास दूबे ने बंदूक की नोक पर गुजारी थी। ये खुलासा ग्रेटर फरीदाबाद में रहने वाली विकास दुबे की रिस्तेदार ने किया है। फरीदाबाद के सेक्टर 87 न्यू इंदिरा कंपलेक्स में गैंगस्टर विकास दुबे ने रिवाल्वर की नोक पर अपनी पूरी रात बिताई थी।
बता दें कि एनकाउंटर से ठीक 2 दिन पहले विकास दूबे अपने 2 शूटर साथियों के साथ इसी मकान मे छुपा हुआ था। इंदिरा कंपलेक्स के मकान नंबर 38 शांति निवास में पूरी रात बिताई थी। शांति मिश्रा ने बताया कि विकास की जो गाड़ियाँ तोड़ दी गई वह एक बार उसी गाड़ी से चार लड़कों के साथ उनके घर एक बार पहले भी आया था अब जब वह बीते 6 तारीख को उनके घर आया तो उसके साथ प्रभात और अमर दुबे साथ थे उनके पास हथियार थे जिसके बल पर उसने उन्हें ओर उनके बेटे को जानसे मारने की धमकी देकर उन्हें बंधक बना कर विकास और उसके साथियों ने रात गुजारी थी
हालांकि विकास दूबे को शरण देने के आरोप में पुलिस शांति निवास के मकान मालिक श्रवण और उसके बेटे को गिरफ्तार कर चुकी है और उसके एक साथी प्रभात को एनकाउंटर में ढेर कर चुकी है। लेकिन अब क्योकि विकास दूबे एनकाउंटर में ढेर हो चुका है तो उसकी दहशत भी खत्म हो चुकी है। अब उससे डरने वाले लोग मुँह खोलने लगे हैं और विकास से जुड़ी कई बातों पर से पर्दा उठाने लगे हैं।