07 JULY 2020:- कोरोना महामारी ने हम सभी के जीने के अंदाज बदल कर रख दिया है। तो वहीं अब इसका असर पानीपत में खो- खो खिलाड़ियो पर भी पड़ा है। कोरोना से पहले ये खिलाड़ी जहां मैदान में एकजुट होकर प्रैक्टिस किया करते थे तो वहीं अब ये इनका प्रैक्टिस सैशन घरों तक ही सिमट कर रह गया है। मनाना निवासी भारतीय खो खो टीम की खिलाडी सुबह शाम अकेले ही मैदान पर पसीन बहा रही है। लगातार 2 घंटे तक अभ्यास करती है। हालांकि इस खिलाड़ी को अपनी टीम के दूसरे साथियों से दूर रहने का मलाल भी है।
भारतीय खो खो खिलाडी मुकेश का हाल चाल भी कुछ ऐसा ही है। कोरोना महामारी में इनके कदम नहीं रूके और ये भी सुबह शाम अपने खेल की प्रैक्टिस करते हैं। मुकेश का अगला लक्ष्य ओलंपिक में अपनी टीम को ले जाना है।
वही मुकेश के कोच रविंदर ने भी माना कि कोरोना की वजह से खेल प्रभावित हुए हैं। उनका कहना है कि नैश्नल व यूनिवर्सिटी स्तर होते हैं लेकिन खेल रद्द हो जाने से खिलाड़ियों का बहुत नुकसान हुआ है।
कोरोना से सिर्फ नेश्नल लेवल के खिलाड़ी ही प्रभावित नहीं हुए बल्कि वही खेलो इंडिया और राज्य स्तर की खिलाड़ियों पर भी इसका असर पड़ा है। अफसोस तो ये है कि अकेले प्रैक्टिस करने के अलावा कोई दूसरा रास्ता भी नहीं है। लेकिन इन खिलाड़ियों के लिए लगातार प्रैक्टिस तो बहुत जरूरी है। तभी तो इनकी छुपी हुई प्रतिभा देश के सामने आ पाएगी।