चंडीगढ,24सितम्बर। भारतीय सेना के अफसरों को पहले से चली आ रही ए श्रेणी से बाहर कर बी श्रेणी में लाने की केन्द्र सरकार की योजना पर यहां रविवार को पूर्व सैन्य अफसरों ने गहरा रोष जाहिर किया।
पूर्व सैन्य अफसरों ने कहा कि अन्य सभी देशों में सेना के अफसर आईएएस से पन्द्रह से पच्चीस फीसदी तक अधिक वेतन लाभ लेते है लेकिन इस देश में सरकार सेना के अफसरों को ए श्रेणी से बाहर कर बी श्रेणी में रखना चाहती है। इससे देश का नुकसान होगा। कारण यह है कि नई पीढी सेना की सेवा में ही नहीं आना चाहेगी। अभी यह हाल है कि सेनाओं में 11हजार 700 अफसरों के पद खाली है। उन्होंने कहा कि सरकार नाॅन फंक्शनल ग्रेड सेना के अफसरों को नहीं देना चाहती। इसके लिए ए श्रेणी को समाप्त कर लेफ्टिनेन्ट और मेजर जनरल के पद बी श्रेणी में लाने की योजना है। इससे सेनाओं का मनोबल कमजोर होगा।
पूर्व सैन्य अफसर अपने संगठन एक्स सर्विसमेंन मूवमेंट पंजाब की और से आयोजित कार्यक्रम में एकजुट हुए थें। उन्होंने कहा कि सेना के हक की लडाई के लिए अखिल भारतीय स्तर का कोई एक संगठन भी जल्दी बनाया जाएगा।