यमुनानगर, 4 फरवरी: यमुनानगर की सीआईए-2 की टीम ने गैंगस्टर मोनू राणा गैंग के चार मोस्टवांटेड अपराधियों को गिरफ्तार कर लिया है। पकडे गए आरोपी लूटपाट, हत्या, अपरहण जैसी कई अपराधिक वारदातों को अंजाम दे चुके हैं। पुलिस को छानबीन के दौरान आरोपियों के पास से 2 देसी कट्टे और आठ जिंदा राउंड गोलियों भी बरामद हुई हैं। पुलिस गिरफ्त में आए यह चारों आरोपी किसी बड़ी वारदात को अंजाम देने की फिराक में थे, जिन्हें पुलिस ने हिरासत में ले लिया। पुलिस ने आरोपियों पर आर्म्स एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज कर कोर्ट में पेश किया।
जानकारी के मुताबिक अपराध की दुनिया मे आने से पहले ये चारों गैंगस्टर मोनू राणा के शराब के ठेके जिसमें वो हिस्सेदार था। उसमें ये चारों सेल्समैन के तौर पर काम करते थे। वहाँ इन्हें दस हज़ार रुपए महीने की सैलरी भी मिलती थी। धीरे धीरे ये गैंगस्टर मोनू राणा के एम आर ग्रुप के सदस्य बन गए।
सीआईए- 2 टीम इंचार्ज ने बताया कि कल हमे सूचना मिली थी सिटी सेंटर पार्क के अंदर 4 नौजवान लड़के हथियार समेत बैठे हुए हैं। उन्हें रेड करके पकड़ा जा सकता है नहीं तो यह किसी बड़ी वारदात को अंजाम दे सकते हैं ।हमने एक टीम गठित की टीम ने वहां से चार लड़कों को गिरफ्तार किया जो कि गैंगस्टर मोनू राणा एमआर ग्रुप से संबंध रखते हैं। कब्जे से 2 देसी कट्टे और 8 जिंदा राउंड बरामद किए गए हैं ।
आर्म्स एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज कर दिया गया है । शुरुआती पूछताछ में आरोपियों बताया है कि उन्होंने 17 मई 2018 को बराड़ा के अंदर विवेक नाम के व्यक्ति का अपहरण कर पंजाब के डेरा बस्सी के पास उसकी हत्या की थी।
इतना ही नहीं आरोपियों ने खुलासा किया कि बीते साल 14 मई को बिलासपुर में सढोरा रोड के ऊपर एक व्यक्ति पर जानलेवा हमला करके गोली चलाई थी ।यह चारों गैंगस्टर मोनू राणा जो की एम आर ग्रुप का सरगना है और सभी मोस्ट वांटेड है। आरोपियों ने पम्मा नाम के व्यक्ति से भी लूट की वारदात को अंजाम दिया था जिस का बराड़ा में मुकदमा दर्ज है।