चंडीगढ़ 6 दिसंबर : बीते दशहरे को पंजाब के अमृतसर में जिस तरह से ट्रे्न ट्रेक पर खड़े लोगो के साथ भयावह हादसा हुआ और उसमे 61 लोगों की जान चली गई थी।इस हादसे ने कार्यक्रम से जुड़े लोगो पर और कार्यक्रम की तैयारिओं पर कई सवाल खड़े कर दिए थे। आपको बता दें कि दशहरे के दिन रावणदहन कार्यक्रम में नवजोत सिंह सिद्धू की पत्नी नवजोत कौर यहां बतौर मुख्य अतिथि आई थीं।इसी दौरान कार्यक्रम स्थल के पास रेल की पटरी पर खड़े लोगों को तेज रफ्तार ट्रेन ने रौंद दिया था, जिसमे 61 लोगों की जान चली गई थीऔर कई घायल हो गए थे। उसके बाद इस मामले में स्पेशल एग्जेक्युटिव मजिस्ट्रेट ने पंजाब सरकार में मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू और उनकी पत्नी नवजोत कौर को क्लीन चिट यह कहते हुए दी कि नवजोत सिंह सिद्धू हादसे के दिन अमृतसर में नहीं थे। जबकि उनकी पत्नी कार्यक्रम के दौरान मुख्य अतिथि थी, लिहाजा उन्हें इस हादसे के लिए दोषी नहीं ठहराया जा सकता है क्योंकि अतिथि जिस भी कार्यक्रम में बुलाए जाते हैं वह वहाँ जाते हैं।जानकारी अनुसार इस मामले की मजिस्ट्रेट जांच में कांग्रेस नेता के बेटे को दोषी मानते हुए कहा गया है कि सौरभ को कार्यक्रम के दौरान सुरक्षा के इतंजाम पुख्ता करने चाहिए थे।
बता दें इसी आदेश पर नवजोत कौर सिद्धू ने अमृतसर ट्राइनेंट में मजिस्ट्रेट जांच में क्लीन चिट मिल जाने के बाद खा कि अगर मुझे किसी कार्यक्रम में भाग लेने के लिए बुलाया जाता है और वहां एक घटना होहो जाती है, तो मैं इसके लिए जिम्मेदार कैसे हूं? ये सिद्धू परिवार के नाम को बदनाम करने का प्रयास कर रहे हैं।