चंडीगढ़, 23 अक्तूबर। अमृतसर रेल हादसे में मारे गए लोगों के परिजनों को इंसाफ दिलाने के लिए लगातार शिरोमणि अकाली दल और बीजेपी की ओर से मांग की जा रही है कि दोषियों के खिलाफ जल्द से जल्द कार्यवाही हो और सिद्धू दंपत्ति के खिलाफ भी मामला दर्ज किया जाए। इस मुद्दे को लेकर पहले कोर कमेटी की बैठक में चर्चा हुई। वहीं अकाली दल और बीजेपी की कोर्डिनेशन कमेटी की बैठक में भी यह मामला उठाया गया।
भाजपा पार्टी और अकाली दल की मांग है कि इस पूरे मामले की जांच हाई कोर्ट के जज से करवाई जाए। साथ ही मुआवजा राशि भी बढ़ाई जाए और मृतकों के परिवार वालों में से किसी एक व्यक्ति को सरकारी नौकरी दी जाए। बता दें इन्हीं मांगों को लेकर आज अकाली दल और बीजेपी के प्रतिनिधिमंडल पंजाब के राज्यपाल से पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल की अगुवाई में मिला जिसमें पूर्व उपमुख्यमंत्री सुखबीर सिंह बादल,टकसाली नेता बलविंदर सिंह भूंदड़, वरिष्ठ नेता विक्रम मजीठिया, शिरोमणि अकाली दल के प्रवक्ता दलजीत सिंह चीमा और पंजाब बीजेपी के प्रधान श्वेत मलिक शामिल हुए।
आपको बता दें अमृतसर रेल हादसे में पीड़ित परिजनों द्वारा सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया गया और उन्हीं प्रदर्शनकारियों के खिलाफ पंजाब सरकार की तरफ से 307 के तहत मामले दर्ज की गए जिससे साफ जाहिर होता है कि यह हादसा पूरी तरह से प्लांट था इसलिए अकाली दल और बीजेपी का एक प्रतिनिधिमंडल मिला आज पंजाब के राज्यपाल से मिला, और मांग की कि रावण दहन के कार्यक्रम के आयोजक और सिद्धू दंपत्ति के खिलाफ मामला दर्ज हो क्योंकि उन्हें इस पूरे कार्यक्रम के बारे में जानकारी थी। और उन्हीं की फंडिंग पर वह कार्यक्रम चल रहा था इसलिए वहां के विधायक, मेयर और कमिश्नर तीनों पर कार्यवाही बनती है इसीलिए इस पूरे मामले की हाईकोर्ट के सीटिंग जज से जांच करवाई जानी चाहिए ताकि पीड़ित परिजनों को इंसाफ मिल सके।