नांगल चौधरी, 13 अक्तूबर(रामपाल फौजी): नांगल चौधरी क्षेत्र में अंधा धुंध लग रहे क्रेशरों पर काफी दिनों से ग्रामीणों के विरोध के बाद भी अंकुश नही लग पा रहा था प्रदूषण से परेशान ग्रामीणों ने कई बार विरोध प्रदर्शन कर जिला प्रशासन को ज्ञापन भी दिए लेकिन कोई कार्यवाही ना होने से परेशान ग्रामीणों ने अब नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल का दरवाजा खटखटाया है जिस पर NGT की फटकार के बाद जिला प्रशासन अब हरकत में दिखाई दिया है।
बता दें नांगल चौधरी के खातोली क्रेशर जॉन पर स्थानीय विधायक ने सदन में आवाज उठाई और ग्रामीण क्षेत्र में एग्रीकल्चर लेंड में स्थापित हो रहे क्रेशरों के जांच की मांग की थी। जिसके बाद प्रदेश कें उधोग मंत्री ने सदन में विधायक के प्रश्नों का जवाब देते हुए सभी क्रेशरों की जांच का आश्वासन दिया।
वहीं विधायक के समर्थन मिलने पर क्षेत्र का एक जागरूक युवा किसान तेजपाल इस मामले को लेकर NGT पहुंचा, जहाँ NGT ने एक महीने में रिपोर्ट पेश करने का आदेश दिया है जिस पर जिला प्रशासन द्वारा गठित कमेटी वन विभाग , राजस्व विभाग और प्रदूषण विभाग ने लाल पत्थरों की खाक छाननी शुरू कर दी है। जिसे यह पता लगाया जा रहा है कि ये क्रेशर वन क्षेत्र व ग्रामीण क्षेत्र से उचित दूरी पर है या नही क्योकि ग्रामीणों का आरोप है की ये धनाड्य लोग पेसो के बल NOC ला रहे है और नियमो की अनदेखी कर रहे है जिसे क्षेत्र में प्रदूषण की समस्या आए दिन बढ़ रही है।